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सही पोषण से बच्चों में होता है शारीरिक व मानसिक विकास

किशनगंज। एक प्रतिनिधि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा एक सितंबर से 30...

सही पोषण से बच्चों में होता है शारीरिक व मानसिक विकास
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,कोसीFri, 17 Sep 2021 05:50 AM
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किशनगंज। एक प्रतिनिधि

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा एक सितंबर से 30 सितंबर तक चलाया जा रहा राष्ट्रीय पोषण माह के तहत जिले के आंगनबाड़ी स्तर पर अलग-अलग दिन अलग-अलग गतिविधियों किया जा रहा हैं। गतिविधियों में जिले के संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों, किशोरियों व महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को लेकर निर्धारित कैलेंडर के मुताबिक उचित पोषण को बढ़ावा देने के लिये विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। महिला पर्यवेक्षिका, प्रखंड समन्वयक, परियोजना सहायक के द्वारा पोषण अभियान से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों की लगातार मॉनेटरिंग की जा रही है। गतिविधियों के तहत आइसीडीएस कोचाधामन में सीडीपीओ नमिता घोष गुरुवार फलदार पौधरोपण कर एवं पोषण रंगोली पैंटिंग बनाकर लोगों की सही पोषण का संदेश दिया।

वरीय उपसमाहर्ता सह आइसीडीएस डीपीओ मंजूर आलम ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह के तहत आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से गर्भवती महिलाओं व स्तनपान कराने वाली माताओं को विशेष स्वास्थ्य सलाह दिया जा रहा है। पोषण माह के तहत स्वच्छता, स्वस्थ आदतें, पोषण और स्वच्छता गतिविधियों के महत्व के बारे में जानकारी दी जा दी जा रही है। आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से शिशु देखभाल और अति कुपोषित बच्चों को चिह्नित करके उनकी मॉनिटरिंग करना, हर क्यारी पोषण थाली, किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र के आसपास सब्जी व फल के पौधे लगाए जा रहे हैं।

बच्चों की सही देखभाल तथा पौष्टिक आहार पर जोड़

कोचाधामन सीडीपीओ नमिता घोष, पोठिया सीडीपीओ जीनत यासमीन ने कहा कि कि पोषण माह के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की ऊंचाई, किशोर लड़कियों और गर्भवती माताओं का वजन की जांच की जा रही है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में अल्प पोषण, कम वजनी बच्चों के जन्म तथा किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं तथा बच्चों में कुपोषण व खून की कमी को दूर करना मुख्य रूप से शामिल है।

सही पोषण से बच्चों में होता है शारीरिक व मानसिक विकास :

राष्ट्रीय पोषण अभियान की जिला समन्वयक मन्जूर आलम ने बताया कि बच्चों की उम्र बढ़ने के साथ ही उनके शरीर में भी वृद्धि का होना जरूरी है। उम्र के साथ बच्चों की लंबाई, वजन के साथ साथ उनकी मष्तिष्क का भी विकास जरूरी होता है, इसके लिए शिशु को छह माह तक केवल स्तनपान और छह माह के बाद से शिशुओं को मां के दूध के साथ पौष्टिक आहार देना चाहिए। आहार के रूप में दलिया, खिचड़ी, हलवा, दाल इत्यादि का उपयोग किया जा सकता है।

फोटो 16 सितंबर केगंज 17 : कोचाधामन में पौधों रोपण करते सीडीओ नमिता घोष

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