जीर्ण-शीर्ण यात्री शेड, अतिक्रमण का शिकार
करीब दो दशक पूर्व तत्कालीन बाजार समिति पौआखाली, ठाकुरगंज द्वारा एलआरपी चौक पौआखाली में दूर दराज से आने वाले राहगीरों, यात्रियों के लिए बनाया गया यात्री शेड जरूरी देखभाल के अभाव में जीर्ण-शीर्ण अवस्था...
करीब दो दशक पूर्व तत्कालीन बाजार समिति पौआखाली, ठाकुरगंज द्वारा एलआरपी चौक पौआखाली में दूर दराज से आने वाले राहगीरों, यात्रियों के लिए बनाया गया यात्री शेड जरूरी देखभाल के अभाव में जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच गया है। तीन प्रखंड यथा ठाकुरगंज, बहादुरगंज और दिघलबैंक के सैकड़ों यात्री पौआखाली एलआरपी चौक(डाक बंगला चौक) से बड़े और छोटे वाहनों के माध्यम से अररिया, पूर्णिया, जोगबनी, सिलीगुड़ी के अलावे प्रखंड व जिला मुख्यालय जाने हेतु यहां पहुंचते हैं। यहां उनके रुकने का एकमात्र ठिकाना यात्री शेड अपनी जर्जर स्थिति से उन्हें इतना भयभीत कर देता है कि, वह वहां रुकने के बजाए उसके बाहर सड़क किनारे, आसपास के होटल या किसी के घर के बरामदे में शरण लेकर अपनी गाड़ी का इंतजार करना बेहतर समझते हैं।
स्थिति यह है कि यात्री शेड की दरकी दीवारों के ऊपर 2-4 चकनाचूर हो चुके एसबेस्टर की चादरों वाले छत से पूरा आसमान दिखता है। सार्वजनिक शौचालय की बात करें या ट्यूबेल की तो स्थानीय व्यवसायी बिश्णी साह बताते हैं कि पंचायती राज व्यवस्था में भी इस महत्वपूर्ण चौक को सरकारी सुविधाएं मयस्सर नहीं हो पाई। दर्जनों वाहनों एवं सैकड़ों यात्रियों की आवाजाही के बावजूद परिवहन विभाग एलआरपी चौक पौआखाली को एक अदद बस स्टैंड मुहैया कराने में फिसड्डी रही है। वही प्रखंड प्रशासन का बरसों से यही रोना रहा है कि पौआखाली एलआरपी चौक का बस पड़ाव यदि नगर पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आता तो इसे भी वह सुविधाएं मिल सकती थी जो अन्यत्र मिलती है। फिर भी अगली योजना में इन बातों पर चर्चा की जाएगी।