किशनगंज में कोरोना का असर
पोल्ट्री चिकन के बिक्री व दर में 50 प्रतिशत की गिरावट।
कोरोना वायरस से सतर्कता: जिले में मांस मछली के कारोबार पर पड़ा असर।
पोल्ट्री चिकन के बिक्री व दर में 50 प्रतिशत की गिरावट।
किशनगंज | प्रतिनिधि
कोरोना वायरस से सतर्कता से जिले में पिछले कुछ दिनों से मांस-मछली की बिक्री में कमी आई है। कोरोना वायरस को लेकर लोग में डर का माहौल है।
जिस कारण लोग मांस, मछली खाना कम कर दिए है।डर से कम संख्या में खरीदार मांसमछली के दुकानों पर पहुंच रहे हैं।सबसे ज्यादा प्रभाव पोल्ट्री चिकन पर पड़ा है।पिछले कई दिनों से पोल्ट्री चिकन की बिक्री एवं दर में पचास प्रतिशत की गिरावट आई है।किशनगंज शहर के खगड़ा स्थित पोल्ट्री चिकन का थोक विक्रेता
होदा चिकन सेंटर के संचालक शमसुल होदा ने बताया कि भारत मे कोरोना वायरस के सन्दिग्ध मरीज मिलने की खबर के बाद से पोल्ट्री चिकन की विक्री एवं रेट में 50 प्रतिशत की आई है।जहां पहले प्रत्येक 35 से 40 क्विन्टल चिकन की विक्री होती थी वहीं अब मात्र 20 से 22 क्विन्टल की विक्री होती है।पहले खड़ा चिकन 90 से 100 रुपए किलो बिकता था अब 40 से 50 रुपए बिकता है।180 रुपए प्रति किलो में बिकने वाला पोल्ट्री चिकन मिट ग्रहकों के अभाव में 80 से 90 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। आंध्रप्रदेश आदि जगहों की बिकने वाली चलानी मछली का भी बिक्री में कमी आई है।मछली के एक खुदरा विक्रेता ने बताया कि पहले प्रतिदिन 70-80 किलो की बिक्री हो जाती थी। लेकिन अभी 30-40 किलो ही बिक्री हो रही है। मछली विक्रेता ने कहा कि कोरोमा वायरस की वजह से लोगों ने मछली का सेवन करना कम कर दिया है।
भोजन रेस्टोरेंट के भी पड़ा है असर :
कोरोना वायरस की सन्दिग्ध मरीजों की खबर मिलने से लोगों में डर का माहौल के बीच लोग खान पान में काफी सतर्कता बरतने लगे हैं। जिसका असर भोजन कराने वाले होटलों एवं रेस्टोरेंट में भी इसका असर पड़ा है। शहर के गांधी चौक स्थित होटल संचालक विजय कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोग मांसाहार से दूरी बना रहे हैं।जिस कारण लगभग 20 प्रतिशत लोग का आना कम कम कर दिए हैं।जिस कारण होटल वयापार पर भी असर पड़ा है।