स्वास्थ्य विभाग के लिए उपलब्धियों से भरा रहा वर्ष 2024
किशनगंज में स्वास्थ्य विभाग ने 2024 में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। सदर अस्पताल में 42 बेड का पीकू वार्ड और 10 बेड का आईसीयू वार्ड का निर्माण किया गया है। गंभीर मरीजों के लिए बेहतर...

किशनगंज, एक प्रतिनिधि । गुजरते साल में स्वास्थ्य विभाग में खट्टी-मीठी यादों को संजोए आज मंगलवार की रात 12 बजे 2024 अलविदा हो जाएगा । वर्ष 2024 स्वास्थ्य विभाग के लिए बहुत उपलब्धि भरा साल रहा। स्वास्थ्य सुविधा के क्षेत्र में वर्ष 2024 बहुत सुनहरा वर्ष को लेकर हमेशा याद रखा जाएगा। वर्ष 2024 में सदर अस्पताल में आधारभूत संरचना में व्यपाक बदलाव हुआ है जिसमें प्रमुख निर्माण कार्य में सदर अस्पताल भवन में 42 बेड का पीकू वार्ड एवं 10 बेड का आईसीयू का निर्माण हुआ है। पीडियाट्रिक्स इंटेसिव केयर यूनिट (पीकू) अस्पताल में 29 दिन से से 17 साल के गंभीर किशोर को एडमिट कर इमरजेंसी जांच से जुड़े सभी संसाधन उपलब्ध रहेगा । इनमें वेंटिलेटर, आक्सीजन जैसी जीवन रक्षक मशीनें शामिल हैं। इसके अलावा विशेषज्ञ डॉक्टर्स की पूरी टीम की तैनाती होती है। इसके अलावा रेडियेंट वार्मर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, इनफ्यूजन पंप, मल्टीपेरामीटर मॉनिटर, पल्स ऑक्सीमीटर, लेरिंगोस्कोप सहित एक दर्जन से ज्यादा जीवन रक्षक उपकरण लगाए जाते हैं। पीकू वार्ड में विशेषज्ञ चिकित्सक के अलावा प्रशिक्षण नर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ हर समय तैनात रहेगा। पीकू वार्ड में में मरीजों पर स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम द्वारा बारीकी से निगरानी रखी जाती है। कई ट्यूबों, तारों और केबल्स द्वारा उपकरण से मरीजों को जोड़ा जाता है। बच्चो की बीमारी का इलाज अलग से शुरू किया जाएगा है। तथा वहीं सदर अस्पताल भवन के दूसरे मंजिल में नवीनीकरण (रेनोवेट) कर 10 बेड का आईसीयू वार्ड बनाया गया है। सभी सुविधाओं से लैस आईसीयू वार्ड में उपलब्ध सभी सुविधा वाली दस बेड का आईसीयू वार्ड चालू हो जाने से गंभीर मरीजों का सदर अस्पताल में इलाज आसान हो जाएगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस आईसीयू वार्ड में 24 घण्टा एयरकंडीशन की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
आईसीयू वार्ड चालू होने से गंभीर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा व सुविधा मिल सकेगा। आईसीयू चालू होने से गंभीर रूप से बीमार या अस्थिर स्थिति वाले मरीजों के लिए गहन देखभाल इलाज और निगरानी की व्यवस्था उपलब्ध होगी। आईसीयू में चिकित्सा के सभी आधुनिक उपकरण उपलब्ध रहेगा । दुर्घटना में गंभीर एवं गंभीर मरीज को आईसीयू में इलाज किया जाएगा जहां 24 घंटे निगरानी में मरीजों को आवश्यकता अनुसार चिकित्सीय सेवा उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि यह दोनो वार्ड में अभी स्वास्थ्य सेवा शुरू नहीं हो सका है। वर्षों के भवन का बाट जोह रहे छतरगाछ रेफरल अस्पताल में 30 बेड का बहुमंजिला सीएचसी भवन भवन स्वीकृत हुआ है। समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन के तर्ज पर 30 बेड सहित अस्पताल के लिए जरूरी लेबर रूम, ऑपरेशन थियेटर, पैथोलॉजी लैब, ब्लड बैंक, दवा भंडार ग्रह ,मीटिंग हॉल क्वार्टर आदि सहित सभी सुविधाओं वाली भवन का निर्माण कराया जाएगा। रेफरल अस्पताल में भवन निर्माण के लिए पुराना जर्जर भवन को तोड़ने का कार्य अंतिम है ।
ग्रामीण क्षेत्र के 16 अस्पताल को मिला नया भवन
ग्रामीण क्षेत्र में 16 अस्पताल को नया भवन मिला है। जिसमे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल है। सभी नये भवन में स्वास्थ्य सेवा मुहैय्या कराया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया के जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवा और सुविधाओं में काफी बरोहतरी हुआ है। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में एचडब्लूसी बेलवा,सिमलबाड़ी, कोल्हाबनबाड़ी, घाट बाभन टोली,बहादुरगंज आदि में नया भवन निर्माण कर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराया गया है।उन्होंने कहा ै गाछ पाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को राज्य स्तरीय एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए बीते सप्ताह राज्य स्तरीय टीम द्वारा एसिसमेन्ट किया गया है।
सदर अस्पताल को मिला राष्ट्रीय प्रमाणीकरण
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया 2024 में जिले में सदर अस्पताल के अलावा ग्रामीण क्षेत्र बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने को लेकर जिले के सदर अस्पताल को लक्ष्य कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है।तथा कोचाधामन प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को राज्य स्तरीय एनक्वास प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है। राष्ट्रीय प्रमाणीकरण हासिल होने के बाद प्रसव संबंधी सेवाओं के लिये सदर अस्पताल के प्रति लोगों का भरोसा और बढ़ा है।
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