प्रसव पूर्व गर्भवती के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु की सुरक्षा जरूरी
किशनगंज में मातृत्व स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने और जच्चा-बच्चा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चल रहे हैं। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत हर महीने 9 और 21 तारीख को गर्भवती...
प्रसव पूर्व गर्भवती के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु की सुरक्षा जरूरी किशनगंज, एक प्रतिनिधि। जिले में मातृत्व स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने व जच्चा-बच्चा की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। ताकि मातृ-शिशु मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर पर लायी जा सके। जिले में सभी को जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग लगातार विशेष अभियान चलाकर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना को और भी सरल और सुविधाजनक बना रहा है। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया सदर अस्पताल सहित जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी एवं रेफरल अस्पताल में बुधवार को गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व (एएनसी) जांच की गई। यह जांच स्वास्थ्य संस्थानों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर आयोजित कर की गई।
गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रत्येक महीने के 9 एवं 21 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया जाता है, जिसके तहत महिलाओं का वजन,बीपी,एचआईवी,ब्लड शुगर भी जांच किया गया है। जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की मुफ्त प्रसव पूर्व जांच की गई।
सदर अस्पताल में कार्यरत महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन ने बताया कि वर्तमान समय में जनसंख्या पर रोक लगाने के लिए व अनचाहे गर्भ ठहरने से रोक के लिए, जैसे परिवार नियोजन के स्थायी व अ स्थायी साधनों की जानकारी दी गईं। इस दौरान महिला चिकित्सकों व आशा कार्यकर्ताओं द्वारा परिवार नियोजन के तरीकों से महिलाओं को अवगत कराया गया।
शिशु-मृत्यु दर में कमी लाने की है बेहतर व्यवस्था
गैर संचारी रोग पदाधिकारी ठाकुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के दौरान बताया कि प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत जांच करानी चाहिए। दरअसल, समय पर जांच कराने से किसी भी प्रकार की परेशानी का शुरुआती दौर में ही पता चल जाता है और पता लगने पर ही उसे आसानी से दूर किया जा सकता है। इससे प्रसव के दौरान गर्भवती को किसी प्रकार की अनावश्यक शारीरिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े । साथ ही सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व 04 जांच कराना जरूरी है।
महिलाओं की स्वास्थ्य जांच के लिए की गई यह व्यवस्था शिशु-मृत्यु दर में कमी लाने की बेहतर व्यवस्था है। सरकार की यह व्यवस्था मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने की दिशा में अच्छी पहल है। इससे ना सिर्फ सुरक्षित प्रसव होगा, बल्कि शिशु-मृत्यु दर पर विराम लगेगा। इसके साथ ही जच्चा-बच्चा दोनों को अनावश्यक परेशानियां का सामना नहीं करना पड़ेगा। सभी गर्भवती महिलाओं को आयरन एवं कैल्सियम की गोली का उचित मात्रा में सेवन करना जरूरी है। तभी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं व उनके गर्भस्थ बच्चे का उचित शारीरिक व मानसिक विकास होता है।
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