विश्व एड्स दिवस पर सदर अस्पताल से निकला जागरूकता रैली
विश्व एड्स दिवस पर गुरुवार को सदर अस्पताल से जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को एड्स एचआईवी से बचाव को लेकर जागरूक किया गया। सदर अस्पताल परिसर में...

किशनगंज। एक प्रतिनिधि
विश्व एड्स दिवस पर गुरुवार को सदर अस्पताल से जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को एड्स एचआईवी से बचाव को लेकर जागरूक किया गया। सदर अस्पताल परिसर में सिविल सर्जन कार्यालय के के सामने से वही एएनएम स्कूल की छात्राओं के द्वारा निकाली जागरूकता रैली को सिविल सर्जन डॉ.कौशल किशोर प्रसाद ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उसके बाद सदर अस्पताल के सभागार में विश्व एड्स दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर प्रसाद ने किया। उन्होंने बताया विश्व एड्स दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को एड्स के प्रति जागरूक करना होता है, इसके तहत लोगों को एड्स के लक्षण, इससे बचाव, उपचार, कारण इत्यादि के बारे में जानकारी दी गई।
जागरूकता से एड्स पर प्रहार संभव:
सिवल सर्जन डॉ. कौशल किशोर प्रसाद ने कहा वो हर चीज जो हमें और हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, उसके बारे में हमें चर्चा करनी चाहिए। एड्स बीमारी भी हमें प्रभावित करती है। इससे एक व्यक्ति का जीवन ही नहीं बल्कि उससे संबंधित अन्य लोगों का भी जीवन प्रभावित होता है। व्यक्ति अगर समझदारी का परिचय देता है और उसका आचरण संयमित है तो वह स्वयं को एड्स से सुरक्षित रख सकता है। कहा कि एड्स पर चर्चा निरंतर होती रहनी चाहिए। एड्स लाइलाज बीमारी है तथा जानकारी एवं शिक्षा ही इससे बचाव का सबसे सशक्त जरिया है। सभी गर्भवती माताओं को एड्स की जांच करानी चाहिए तथा यह सुविधा प्रखंड से लेकर जिला अस्पतालों तक निशुल्क उपलब्ध है। राज्य सरकार ने 2030 तक राज्य को पूरी तरह से एड्स से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है।
1097 हेल्पलाइन व हम साथी एप्प से लें जानकारी:
जिला एनसीडी प्रभारी डॉ. देवेंदर कुमार ने बताया की बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा एचआइवी एड्स हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। हेल्पलाइन नंबर 1097 से एड्स संक्रमण होने के कारणों व बचाव के बारे में जानकारी ली जा सकती है। इसके साथ ही यदि एड्स की जांच या एड्स संबंधी इलाज सुविधा की भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही 'हम साथी' मोबाइल एप्प डाउनलोड कर एड्स से संबंधित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह मोबाइल एप्प एड्स के प्रति जागरूकता लाने और बच्चों में मां के माध्यम से एड्स के संक्रमण को रोकने के लिए विभिन्न जानकारियां उपलब्ध कराता है।
एचआवी संक्रमण की जानकारी रखेगा सुरक्षित
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने कार्यशाला में बताया की युवाओं में यौन शिक्षा का अभाव एचआइवी संक्रमण का सबसे बड़ा कारण है। असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सीरिंज या सुई का प्रयोग, संक्रमित रक्त आदि के प्रयोग के कारण होता है। वहीं एचआइवी संक्रमित माता से उसकी संतान को भी एचआइवी संक्रमण होता है। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को पूरी तरह समाप्त कर देता है। जिससे पीड़ित अन्य घातक बीमारियों जैसे टीबी, कैंसर व अन्य संक्रामक बीमारियों से प्रभावित हो जाता है। एड्स से बचाव के लिए जीवनसाथी के प्रति वफादार बेहद जरूरी है।