मां-बेटे की मौत से खटहा गांव में पसरा मातम
कटिहार-बरौनी रेलखंड पर अवस्थित गौछारी रेलवे ट्रैक पर गिरकर कर हुई मां एवं मासूम बेटा की मौत पर गौछारी खटहा गांव के लोग आह भरते नहीं थक रहे हैं। खटहा नवटोलिया गांव के रहने वाले नन्कूह यादव की पत्नी...
कटिहार-बरौनी रेलखंड पर अवस्थित गौछारी रेलवे ट्रैक पर गिरकर कर हुई मां एवं मासूम बेटा की मौत पर गौछारी खटहा गांव के लोग आह भरते नहीं थक रहे हैं। खटहा नवटोलिया गांव के रहने वाले नन्कूह यादव की पत्नी झूना देवी एवं उसके एक वर्षीय मासूम पुत्र सत्यम् कुमार की मौत से गांव में मातम का माहौल है। गांव के लोग मृतका झूना देवी की मौत पर चर्चा कर व्यवहार कुशल बता रहे हैं। वह परिवार ही नहीं बल्किगांव के सभी लोगों की इज्जत करती थी।
परिवार वाले उसके कुशल व्यवहार के खासा कायल थे। उसकी मौत की खबर पाकर गांव के लोग बड़ी संख्या में गौछारी रेलवे स्टेशन पर पहुचकर रेल प्रशासन के खिलाफ खासा आक्रोशित हो गए। बताया गया कि झूना देवी के पति नन्हकू यादव बंगाल के आसनसोल में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हंै।
उसे दो पुत्र था। जिसमें मां के साथ छोटे मासूम पुत्र की मौत के बाद घर में अब एक बेटा और एक बेटी रह गई। गांव वाले यह चर्चा करते नहीं थक रहे थे कि अब इस दोनों भाई-बहन को मां के आंचल का प्यार कौन देगा? अपनी मां एवं भाई की मौत खबर सुनते ही दोनों भाई-बहन चीखने व चिल्लाने लगे। दोनो बच्चे अपने को बेसहारा पाकर घर में चीत्कार लगा रहे थे।
गांव के लोग पहुंचकर उनदोनों बच्चों को ढाढ़स बंधा रहे थे। लेकिन लोगों की बातों का कोई असर नहीं हो रहा था। पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव जैसे ही पहुंचा गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। बताया गया कि नन्हकू की आर्थिक हालत काफी दयनीय है। वह अपने परिवार के लालन-पालन के लिए कई वर्षों से बंगाल में मेहनत व मजदूरी कर परिवार का जीवीकोपार्जन कर रहे हैं। एक साथ मां व बेटा की मौत से उसके घर में कोहराम मच गया है।