सरकारी कर्मचारी का दर्जा हम लेकर रहेंगे
अपनी विभिन्न12 सूत्री मांगों के समर्थन में जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेविका व सहायिकाओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट के पास धरना...
अपनी विभिन्न12 सूत्री मांगों के समर्थन में जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेविका व सहायिकाओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट के पास धरना दिया।
इस दौरान प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी भी जताई।
इस मौके पर आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की जिलाध्यक्ष प्रेमलता मिश्रा व महासचिव कुमारी निर्मला ने आंदोलन का शंखनाद करते हुए कहा कि हक के लिए लड़ाई व अधिकार के लिए संघर्ष जारी रहेगा। यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो 21 जनवरी को प्रस्तावित मानव शृंखला में वे भाग नहीं लेंगी।
इनकी प्रमुख मांगो में सेविका व सहायिका को सरकारी कर्मचारियों का दर्जा देते हुए सेविका को क्लास तृतीय व सहायिका को क्लास चतुर्थ के रूप में समायोजित करने, जब तक सरकारी कर्मियों का दर्जा नहीं मिल जाता जब तक सेविका को 18 हजार व सहायिका को 15 हजार प्रतिमाह देने की भी मांग की।
इसके अलावा 54 दिनों के अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद हुए समझौते में लंबित मांगों को शीघ्र पूरी करने,गोवा, तेलांगना की भांति बिहार सरकार द्वारा सेविका को सात हजार एवं सेविका को चार हजार पांच सौ अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने की भी मांग की। सेविका व सहायिका की मांग थी कि हड़ताल अवधि का मानदेय न काटकर कार्य में समायोजन किया जाय तथा काटी गई मानदेय राशि लौटाई जाय।
अन्य मांगों में रिटायर के बाद पांच हजार रूपये मासिक पेंशन व एक मुस्त पांच लाख रूपये देने,समान कार्य के लिए समान वेतन लागू करने,आंगनबाड़ी केन्द्रों को निजीकरण नहीं करने आदि शामिल थी। धरना व प्रदर्शन करने वालों में गीता कुमारी, आशुतोष पोद्दार, मीनाक्षी कुमारी, मालिनी सिंह, रीता कुमारी, उषा कुमारी, आशा कुमारी, अनु कुमारी, सिंकी कुमारी, नूसरत परवीण, अनिता कुमारी, गौरी देवी, कुमारी कमला, बिन्दू देवी, उर्मिला कुमारी आदि शामिल थे।