पंचायत सरकार भवन निर्माण की गति धीमी
पंचायत स्तर के किसी भी काम को निबटाने के लिए लोगों को प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना नहीं पड़े। इसके लिए सरकार द्वारा हर पंचायत में पंचायत सरकार भवन खोले जाने की योजना...
पंचायत स्तर के किसी भी काम को निबटाने के लिए लोगों को प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना नहीं पड़े। इसके लिए सरकार द्वारा हर पंचायत में पंचायत सरकार भवन खोले जाने की योजना है।
राज्य सरकार द्वारा पिछले कुछ माह पूर्व ही घोषणा की गई है कि हर पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जाएगा। जिससे पंचायत के लोगों को पंचायत सचिव, आवास सहायक, राजस्व कर्मचारी, रोजगार सेवक, कचहरी सचिव, न्याय मित्र समेत सभी पंचायतस्तरीय कर्मचारी एक ही भवन के अलग-अलग कमरे में रहेंगे और निर्धारित समय पर आमजनों को काम के निबटारे में परेशानी नहीं होगी।
हालांकि वर्ष 2012-13 में राज्य सरकार द्वारा कुछ पंचायतों को जोड़कर पंचायत सरकार भवन के निर्माण करने का प्रस्ताव पास किया गया था। इस योजना के तहत जिले के 129 पंचायतों में से 22 पंचायत सरकार भवन बनाने की योजना बनाई गई थी। इसके साथ ही किसी भी प्रकार की बैठक के लिए सभाकक्ष का भी निर्माण किया गया है। विभागीय प्रक्रिया शुरू भी हुई और भवन का निर्माण शुरू भी हुआ लेकिन अब तक मात्र 15 पंचायत सरकार भवन ही पूरी तरह से पंचायतों के जिम्मे हो चुकी है। अभी भी सात पंचायत सरकार भवन के निर्माण की राह में रोड़ा अटका हुआ है। ऐसे में सरकार की इस योजना को पूरी तरह से धरातल पर उतर पाना संभव नहीं है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार पंद्रह पंचायत सरकार भवन तो पूर्ण होकर पंचायतों को हस्तांतरित हो चुके हैं। लेकिन अभी भी पसराहा, समसपुर, छिलकौड़ी, सैदपुर, कासिमपुर, डुमरी और जहांगीरा पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण किसी न किसी कारण से पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि इसमें से जहांगीरा पंचायत सरकार भवन निर्माण लगभग अंतिम चरण में हैं।
कौन-कौन सा पंचायत सरकार भवन हो गये हैं हस्तांतरित: विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रौन, अंबा इचरुआ, बेलदौर, महद्दीपुर, सियादतपुर अगुवानी, कबेला, गौछारी, पिरनगरा, बछौता, चौथम, तेलौंछ, वैसा, रहीमपुर मध्य, बरैय पंचायत सरकार भवन पंचायतों को हस्तांतरित किया जा चुका है। वहीं ठुठ्ठी मोहनपुर पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है लेकिन अभी तक भवन को हस्तांतरित नहंी किया जा सका है। इधर पंचायतों में पंचायत सरकार भवन के हस्तांतरित होने के बाद से इन पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का संचालन किया जा रहा है। हालांकि इन पंचायतों में उपस्करों की कमी से थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।