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यात्रियों को पीने के लिए शुद्ध पानी भी नहीं

शहर के बस स्टैण्ड से बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के लिए गाड़ियों की आवाजाही होती है। प्रत्येक दिन पांच हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। सुबह से लेकर देर शाम तक यात्रियों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन...

यात्रियों को पीने के लिए शुद्ध पानी भी नहीं
हिन्दुस्तान टीम,खगडि़याTue, 30 Jul 2019 11:56 PM
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शहर के बस स्टैण्ड से बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के लिए गाड़ियों की आवाजाही होती है। प्रत्येक दिन पांच हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। सुबह से लेकर देर शाम तक यात्रियों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन अगर यात्रियों को घंटे दो घंटे समय व्यतीत करना हो तो उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

आलम यह है कि जिले के मुख्य बस स्टैण्ड (बलुआही बस स्टैण्ड) में सुविधाओं का घोर अभाव है। आखिर ऐसे में अच्छी खासी राजस्व देने के बावजूद भी विभागीय पेच के कारण बस स्टैण्ड के जीणार्ेद्धार का पेच फंसा हुआ है और इसकी सजा यात्री भुगत रहे हैं। लेकिन आखिर कब तक। इसका जवाब किसी के पास नहीं है। लोगों को सिर्फ उम्मीद टिकी है नगर एवं विकास विभाग के निर्णय पर। बस स्टैण्ड में बरसात हो या फिर धूप का समय। यात्रियों को समय गुजारने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर समय व्यतीत करना हो तो बस स्टैण्ड के दुकानदारों के भरोसे समय व्यतीत करते हैं। अक्सर देखा जाता है कि यात्री मजबूरन अपना समय व्यतीत करने के लिए चाय अथवा अन्य दुकानों पर बैठे रहते हैं लेकिन अधिक समय तक बैठने पर दुकानदारों द्वारा अधिक समय व्यतीत नहीं करने की नसीहत दे दी जाती है।

बस स्टैण्ड में नहीं है यात्री शेड : बलुआही बस स्टैण्ड में वर्षों पूर्व राज्य परिवहन विभाग का यात्री शेड तो है लेकिन यह बेकार पड़ा हुआ है। आलम यह है कि एक तो इसका महादलित समुदाय द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है वहीं दूसरी ओर यात्री उस शेड में बैठने से अच्छा किसी दुकान, पेड़ के नीचे खड़ा होकर ही समय व्यतीत करना मुनासिब समझते हैं। क्योंकि इस यात्री शेड के जर्जर होने के कारण छत का प्लास्टर नियमित अंतराल पर उपर से नीचे गिरते रहता है। इसलिए यह अब खतरनाक हो चुका है। वहीं नगर परिषद द्वारा यात्री शेड आदि का निर्माण अब तक नहीं कराया गया है।

बारिश में भींगकर समय व्यतीत करते हैं यात्री : यात्रियों को बस स्टैण्ड में समय व्यतीत करने में सर्वाधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है। अक्सर बरसात के दिनों में यात्रियों को भींगते हुए देखा जा सकता है। रविवार को बारिश के बीच अपने गंतव्य की ओर जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे बसंत ठाकुर, स्वाती कुमारी, चंदन कुमार, राजेश तांती बताते हैं कि आधे घंटे बाद बस आएगी। ऐस में काफी समय तक किसी दुकान पर समय काटना मुश्किल है। मजबूरन वे लोग पेड़ के नीचे भींगने को मजबूर हैं।

बस स्टैंड के जीर्णोद्धार में अड़चन : नगर परिषद द्वारा कई वर्ष पूर्व नप के बोर्ड से सर्वसम्मति से बस स्टैण्ड के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव पास किया गया था। इस प्रस्ताव में यात्री शेड के निर्माण के साथ साथ बांउड्री निर्माण, कांउटर बनाने का निर्णय लिया गया था। लिए गए निर्णय के आलोक में प्रस्ताव नगर एंव विकास विभाग को भी भेजा गया था लेकिन विभाग द्वारा इसे स्वीकृति नहंी दिया गया जिससे इस योजना का क्रियान्वयन नहीं हो पाया है।

क्या कहते हैं ईओ: नप खगड़िया के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि बस स्टैण्ड के जीर्णोद्धार को लेकर प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही बस स्टैण्ड में पर्याप्त सुविधा होगी। उम्मीद है जल्द ही यात्रियों की परेशानी दूर होगी।

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