ममता को मिले सरकारीकर्मी का दर्जा
बिहार प्रदेश ममता संघ ने मंगलवार को अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना दिया। इससे पहले सदर अस्पताल परिसर से रैली निकालते हुए बड़ी संख्या में ममता कार्यकर्ता नारे लगाते हुए...
बिहार प्रदेश ममता संघ ने मंगलवार को अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना दिया। इससे पहले सदर अस्पताल परिसर से रैली निकालते हुए बड़ी संख्या में ममता कार्यकर्ता नारे लगाते हुए धरनास्थलके पास पहुंची। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए संघ के संरक्षक सह अध्यक्ष किरणदेव यादव ने कहा कि ममता की जब से नियुक्ति हुई है तब से बुनियादी सुविधाओं के लिए भी अब तक वंचित हैं। ममता को मनरेगा मजदूर से भी कम मानदेय मिल रहा है। जिससे ममता कार्यकर्ता आर्थिक समस्या से लगातार जूझ रही है।
उन्होंने कहा कि ममता को ड्रेस नहीं मिल रहा है। सरकार व प्रशासन की उपेक्षा का दंश झेलने के लिए ममता कार्यकर्ता विवश हैं। जिसे अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संघ के संरक्षक सह जिलाध्यक्ष ने कहा कि मांगों को लेकर चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ममता को सरकारी कर्मी का दर्जा व अन्य सुविधाएं देने की मांग को लेकर जब तक सम्मानजक समझौता सरकार स्तर से नहीं हो जाता है तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि 27 फरवरी को कलेक्ट्रेट के पास सीएम व स्वास्थ्य मंत्री के पुतले का दहन किया जाएगा। इस दौरान संघ के महासचिव रानी कुमारी, उपाध्यक्ष आशा सिन्हा, बिजली देवी, अनिता, चन्द्रकला, सलिता, विमला देवी, किरण देवी, रंजू कुमारी, बबिता, अंजू, रंजनी, हेमलता, सुनीता आदि बड़ी संख्या में ममता धरना पर बैठी थी। धरना के बाद अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत मांगों को लेकर ममता कार्यकर्ता मंगलवार से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई। ममता के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से जिले के सरकारी अस्पतालों में प्रतिकूल प्रभाव की संभावना जतायी जा रही है।