केरोसिन के विक्रेता का लाइसेंस रद्द
जनवितरण प्रणाली के विक्रेता को निर्धारित मात्रा से कम किरासन तेल देने, किरोसिन की कालाबाजारी करने एवं डीलरों के साथ अभद्र व्यवहार करने समेत कई आरोपों के कारण केरोसिन तेल के थोक विक्रेता मेसर्स सूरजमल...
जनवितरण प्रणाली के विक्रेता को निर्धारित मात्रा से कम किरासन तेल देने, किरोसिन की कालाबाजारी करने एवं डीलरों के साथ अभद्र व्यवहार करने समेत कई आरोपों के कारण केरोसिन तेल के थोक विक्रेता मेसर्स सूरजमल महादेवलाल के लाइसेंस को डीएम जय सिंह ने रद्द कर दिया है।
जांच के दौरान अगस्त माह में 11 हजार 655 लीटर व सितंबर माह में 45 हजार 232 लीटर किरासन तेल की कालाबाजारी करने का मामला जांच में सामने आया। वहीं वितरण पंजी अद्यतन नहीं कर भंडार को बढ़ा देने व कम कर देने तथा प्रति ड्रम जनवितरण प्रणाली विक्रेता को कम किरासन तेल उपलब्ध कराने जैसी अनियमितता को लेकर कार्रवाई की गई है। डीएम ने इसके लाइसेंस को रद्द करते हुए सदर एमओ को इस थोक विक्रेता के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम 7 ईसी के तहत कार्रवाई करने के भी आदेश दिए हैं। इधर जांच के दौरान सदर प्रखंड व चौथम प्रखंड के डीलरों को केरोसिन नहीं देने समेत कई अन्य आरोप था।
सितंबर माह का चौथम के 28 डीलरों को नहीं दिया गया था केरोसिन: चौथम प्रखंड के नरेश पासवान एवं अन्य जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं से प्राप्त परिवाद में दर्शाया गया कि जिला से प्राप्त आवंटन एवं प्रखंड से प्राप्त उपआवंटन के आलोक में चौथम के के 28 डीलरों को थोक विक्रेता द्वारा केराकसन तेल उपलब्ध नहीं कराया गया। यानि थोक विक्रेता द्वारा 45 हजार 232 लीटर केरोसिन की कालाबजारी कर दी गई। इसके बाद सदर एमओ ने अपने पत्र के माध्यम से प्रतिवेदित किया कि 30 अक्टूबर 2017 को इस थोक विक्रेता के भौतिक सत्यापन के क्रम में भंडार पंजी 21 अक्टूबर 2017 तक ही संधारित है।
वहीं मूल्य सह भंडार तालिका भी संधारित नहीं था। इसके बाद थोक विक्रेता से अद्यतन प्रतिवेदन की भी मांग गई। वहीं स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर कार्यालय से उन्हें दोबारा भी स्मारित किया गया था। वहीं दिसंबर माह में हुए टास्क फोर्स की बैठक में भी सूरजमल महादेवलाल किरासन तेल थोक विक्रेता के कार्यकलाप पर प्रश्न चिन्ह उठाया गया था।
वहीं डीलरों के साथ अभद्र व्यवहार करने व किरासन तेल वितरण में मनमानी करने का भी मामला सामने आया था। थोक विक्रेता के प्रतिनिधि ने बताया था कि 14 दिन पहले से नोजल खराब होने के कारण विक्रेताओं को किरासन तेल की आपूर्ति नहीं की जा रही है।
वर्ष 2016 में भी रद्द हो चुका है लाइसेंस: इस किरासन तेल थोक विक्रेता का लाइसेंस फरवरी 2016 में भी किया गया था। जो दोबारा दिसंबर में शुरू हुआ था।