डेढ़ वर्षो में भी अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू नही हुई लिफ्ट की सुविधा
डेढ़ वर्षो में भी अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू नही हुई लिफ्ट की सुविधाडेढ़ वर्षो में भी अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू नही हुई लिफ्ट की सुविधाडेढ़ वर्षो में भी

गोगरी, एक संवाददाता गोगरी में सौ शय्या अनुमंडलीय अस्पताल के उद्घाटन का डेढ़ वर्ष बीत गए, फिर भी अस्पताल में लिफ्ट सिस्टम चालू नही किया गया है। अस्पताल में लिफ्ट सिस्टम नही लगाए जाने से प्रसव मरीजो को सीढ़ी मार्ग से तीसरी मंजिल पर चढ़ने उनकी सांसें फूलने लगती हैं। जिससे परेशानी का सामना करना पड़ता है। उल्लेखनीय अनुमंडलीय अस्पताल का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 28 जनवरी 2024 को किया था। उद्घाटन के डेढ़ वर्ष बीत गए हैं, लेकिन लिफ्ट सिस्टम नही लगाया गया है। जबकि लिफ्ट लगाने के लिए फाउंडेशन बनाया गया है। जो सिर्फ हाथी का दांत बना हुआ है।
गर्भवती महिलाओं को तीसरी मंजिल सीढ़ी पर चढ़ने से शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। अनुमंडलीय अस्पताल में डॉक्टर की कमी से मरीजो को किया जाता रेफर: अनुमंडलीय अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर के आभाव में सिजिरियन प्रसव एवं ऑर्थो के मरीज को रेफर किया जाता है। रविवार को मरीज जब इलाज कराने अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे तो ऑर्थो डॉक्टर की पोस्टिंग नही रहने से रेफर किया गया। दुर्घटनाग्रस्त मरीज जब अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे तो ओपीडी में तैनात डॉक्टर ने उन्हें दर्द की दवाई और एक्स-रे कराने की सलाह दी। एक्स-रे में पैर की हड्डी फ्रेक्चर था तो उन्हें रेफर कर दिया गया। वही प्रसव महिला को सिजिरियन से प्रसव कराने की नौबत आई तो उन्हें सदर अस्पताल में रेफर कर दिया। प्रसव महिला दर्द की पीड़ा से कराह रही थी। उनके परिजनों ने स्थानीय निजी नर्सिंग होम में सिजिरिया प्रसव कराया। बताया गया कि गोगरी के सौ शय्या अनुमंडलीय अस्पताल में ऑर्थो एवं सीजीरियन प्रसव कराने की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन ऑर्थो एवं सिजिरिया डॉक्टर की पोस्टिंग नही होने से मरीजो को रेफर किया जाता है। अनुमंडलीय अस्पताल में लगाए गए स्वास्थ्य की सुविधाएं शोभा की वस्तु बनी हुई है। अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर की पोस्टिंग के लिए जिला कार्यालय को पत्राचार किया गया है। पोस्टिंग होने पर मरीजो को सभी सुविधाएं मिलेंगी। अनुमंडलीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी से मरीजो को ही रही परेशानी: अनुमंडलीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी से मरीजो को इलाज कराने में परेशानी हो रही है। ओपीडी में इलाज के लिए प्रतिदिन चार सौ से अधिक मरीज पहुंच रहे है। जिसमें अधिकांश सर्दी व बुखार से ग्रसित मरीज आते है। अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि बदलते मौसम में खांसी सर्दी एवं बुखार से पीड़ित मरीज इलाज कराने अस्पताल पहुंच रहे है। ओपीडी में सुबह आठ बजे से ही मरीजो की लंबी लाइन इलाज कराने खड़े हो जाते है। सर्दी खांसी का प्रकोप काफी बढ़ गया है। सर्दी,खांसी,बुखार व एलर्जर्ी के मरीजों की संख्या अधिक होने के बाबजूद ओपीडी में डॉक्टरों की संख्या नही बढ़ाया जा रहा है। एक डॉक्टर के सहारे ओपीडी का संचालन किया जा रहा है। अस्पताल में बिशेषज्ञ डॉक्टर की पोस्टिंग नही किया गया है। बताया जिस की अस्पताल के आउटडोर के लिए 55 व इंडोर के लिए 60 प्रकार की दवाएं उपलब्ध है। अस्पताल में दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कफ सीरप की आपूर्ति अस्पताल में नहीं हो रही है। कफ सिरफ के एवज में एंटीबायटिक टेबलेट मरीजो को दिया जाता है। बोले अस्पताल प्रभारी : अस्पताल की तीसरी मंजिल पर प्रसव कक्ष है। ऊपर चढ़ने में प्रसूता के द्वारा शिकायतें मिलती रहती है। इस समस्याओं से निजात दिलाने के लिए विभाग को पत्राचार किया गया है। डॉ चंद्रप्रकाश, चिकित्सा प्रभारी, अनुमंडलीय अस्पताल, गोगरी।
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