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खतरे के निशान से गंगा व गंडक ऊपर

जिले से बहने वाली गंगा व बूढ़ी गंडक नदी उफान पर है। गंगा नदी खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊ पर पहुंच चुकी है। अब जिले से बहने वाली सभी नदियां खतरे के निशान से ऊ पर बह रही हंै। हालांकि जिलेवासियों के...

खतरे के निशान से गंगा व गंडक ऊपर
हिन्दुस्तान टीम,खगडि़याThu, 20 Aug 2020 04:04 AM
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जिले से बहने वाली गंगा व बूढ़ी गंडक नदी उफान पर है। गंगा नदी खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊ पर पहुंच चुकी है। अब जिले से बहने वाली सभी नदियां खतरे के निशान से ऊ पर बह रही हंै। हालांकि जिलेवासियों के लिए राहत की खबर यह है कि कोसी व बागमती नदी के जलस्तर में गिरावट देखी जा रही है। जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में गंगा नदी के जलस्तर में 20 सेंटीमीटर की वृद्घि दर्ज की गई है।

वहीं दूसरी ओर बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में भी 9 सेंटीमीटर की वृद्घि हुई है। हालांकि कोसी नदी के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में 8 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई है। जबकि बागमती नदी के जलस्तर में भी 6 सेंटीमीटर की कमी हुई है। इधर बुधवार को जिला प्रशासन द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार बागमती नदी अब भी खतरे के निशान से दो मीटर 46 सेंटीमीटर ऊ पर बह रही है। जबकि कोसी नदी खतरे के निशान से एक मीटर 70 सेंटीमीटर ऊ पर है। जबकि बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से 64 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच चुकी है। वहीं गंगा नदी भी खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊ पर है।

रहीमपुर मध्य के कई टोलों में जलस्तर वृद्धि से डूबे घर: गंगा के जलस्तर में वृद्धि के साथ ही सदर प्रखंड के रहीमपुर मध्य पंचायत के कई टोले बाढ़ के कारण प्रभावित हो गए हैं। पंचायत के मुखिया मक्खन साह ने बताया कि बाबा टोल, नंहकू मंडल टोला आदि जगहों पर निचले हिस्से में पानी आ जाने के कारण कई घरों में पानी घुस गया है। इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि इन प्रभावित परिवारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं गांव में पशुओं को उंचे स्थल पर ले जाना पड़ रहा है। मुखिया ने कहा कि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द सुविधा उपलब्ध करायी जाय।

बाढ़ के पानी में धान फसल बर्बाद हो रही है।

बाढ़ को नजदीक देख लोग जुटे बचाव में : गोगरी प्रखंड में बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांव के लोग बाढ़ को नजदीक देख बाढ़ से पूर्व तैयारी में जुट गए हैं एवं अपने सामानों को सुरक्षित जगह रखने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोग खाने पीने की सामग्री भी संभावित बाढ़ को देखते हुए सुरक्षित कर रहे हैं।

कई दिनों से गंगा और गंडक के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्घि के कारण गोगरी के छह पंचायत एवं नगर पंचायत के 2 वार्ड पर बाढ़ का संकट कायम है जिसमें से कई गांवों को बाढ़ का पानी घेर भी लिया है।

जलस्तर में हो रही लगातार वृद्घि के कारण बाढ़ के पानी से गिरे गांव के लोग बाढ़ को लेकर भयभीत हैं। बुधवार को भी जल स्तर में वृद्घि दर्ज की गई। बाढ़ को लेकर अभी स्थिति यह है कि गोगरी के कुछ पंचायत के बाढ़ प्रभावित गांवो में दर्जनों घर के दरवाजे तक बाढ़ का पानी आ गया है। वही वैसे कई घरों के अंदर भी पानी प्रवेश कर गया है, जो निचले इलाके में घर बनाए हंै।

गंगा और गंडक के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्घि से गोगरी के 6 पंचायत क्रमश: बन्नी, झिकटिया, बोरना, गोगरी, रामपुर और इटहरी पंचायत सहित नगर पंचायत के दो वार्ड क्रमश: 8 एवं 11 में बाढ़ का संकट बरकरार है।

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