ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार खगड़ियापंचायतों में लाभार्थियों का बनेगा नि:शुल्क गोल्डेन कार्ड

पंचायतों में लाभार्थियों का बनेगा नि:शुल्क गोल्डेन कार्ड

पैसे के आभाव में गरीबों का इलाज के बिना मौत नहीं हो, इसके लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरूआत की है। पर, इस योजना के तहत गोल्डेन कार्ड बनने की गति धीमी है। जिससे इसका लाभ गरीबों को नहीं मिल पा...

पंचायतों में लाभार्थियों का बनेगा नि:शुल्क गोल्डेन कार्ड
हिन्दुस्तान टीम,खगडि़याFri, 06 Dec 2019 11:55 PM
ऐप पर पढ़ें

पैसे के आभाव में गरीबों का इलाज के बिना मौत नहीं हो, इसके लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरूआत की है। पर, इस योजना के तहत गोल्डेन कार्ड बनने की गति धीमी है। जिससे इसका लाभ गरीबों को नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने शत प्रतिशत लाभार्थी का गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए कार्य योजना तैयार की है। इस नई पहल के तहत अब पंचायतों में कार्यरत कार्यपालक सहायकों के माध्यम से गोल्डेन कार्ड बनवाया जाएगा। जिससे लाभार्थी को गोल्डेन कार्ड बनवाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

क्या है योजना: स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया है कि जिले के विभिन्न पंचायतों में पदस्थापित कार्यपालक सहायकों को ट्रेनिंग दी जाएगी कि कैसे लाभार्थी का गोल्डेन कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए आगामी दस दिसंबर को कलेक्ट्रेट में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पंचायतों में कार्यरत सभी 83 कार्यपालक सहायकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद सभी पंचायतों में एक साथ अभियान चलाया जाएगा और आशा के माध्यम से शत प्रतिशत लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनवाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए आशा को शिविर के निर्धारित तिथि के संबंध में जानकारी दी जाएगी।

मात्र 66 हजार लाभार्थी का ही बना है गोल्डेन कार्ड: स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में दो लाख पचास हजार 47 परिवारों को इस योजना के लिए चयनित किया गया है। इस योजना के तहत 13 लाख 254 लाभार्थियों को लाभ दिया जाना है। पर, अब तक मात्र 56 हजार 876 लाभार्थियों का ही गोल्डेन कार्ड बनाया जा सका है। इसमें से अब तक विभिन्न सरकारी अस्पतालों के माध्यम से सात हजार 66 लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बना है। वहीं कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से 50 हजार 530 लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनाया गया है। अब विभाग शत प्रतिशत का कार्ड बनावाएगी।

आशा द्वारा किया गया था सर्वे: प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के शुरू करने से पूर्व लाभार्थियों के चयन के लिए आशा को जिम्मेवारी दी गई थी। आशा ने अपने-अपने पोषक क्षेत्र में अभियान चलाकर गरीब परिवारों की सूची तैयार की थी। इसी सूची के आधार पर जिले में इस योजना के लिए लाभार्थी व उनके परिवारों की सूची तैयार की गई।

गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए कार्यपालक सहायकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए तिथि निर्धारित कर दी गई है।

डॉ. दिनेश कुमार निर्मल, सीएस

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें