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गंगा में उफान से बाढ़ प्रभावित गांवों में फैलने लगा पानी, कई घर डूबे

गंगा में उफान से बाढ़ प्रभावित गांवों में फैलने लगा पानी, कई घर डूबे

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Mon, 15 Sep 2025 04:17 AMNewswrap हिन्दुस्तान, खगडि़या
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खगड़िया । हिन्दुस्तान टीम जिले में गंगा में उफान से बाढ़ प्रभावित गांवों में फैलने लगा है। पानी से कई घर डूबने लगे हैं। वही जिले में गंगा व बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में सातवें दिन भी वृद्धि जारी रही। जिससे कई रास्ते पर पानी फैल गया। लोग बढ़ते जलस्तर देख सुरक्षित स्थानों की ओर निचले इलाके से आने लगे हैं। साथ ही खेतों में पानी आ जाने से पशुपालकों की परेशान बढ़ गई है। कोसी व बागमती फिलहाल खतरे के निशान से नीचे रहने से लोगों को राहत है। जिले के दो दर्जन से अधिक गांवों में बढ़ी लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है।

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जिला प्रशासन नदियों के जलस्तर के उतार चढ़ाव पर अपनी पैनी नजर रख रही है। जिले के गोगरी प्रखंड के कई पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से पीड़ित परिवारों को परेशानी हो रही है। रामपुर से कटघरा जाने वाली मुख्य सड़क पर पुलिया के पास बाढ़ की पानी ने छलांग लगाने से आवागमन बाधित हो गया। पिछले पांच दिनों से गंगा व गंडक नदी का जलस्तर काफी बढ़ रहा था। रविवार को जलस्तर में काफी वृद्धि होने से रामपुर-कटघरा मार्ग पर पर आवागमन बाधित हो गया है। रामपुर,गोगरी, बन्नी, झिकटिया व बोरना के निचले इलाके में बसे परिवारों के घर के आसपास पानी फैलता जा रहा है। रामपुर सरपंच नूर आलम ने बताया कि गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने से फिर गांवों में पानी फैल रहा है। अगर लगातार जलस्तर में वृद्धि हुई तो अगले दो-तीन दिनों में रामपुर बोरना सहित कई पंचायत बाढ़ की चपेट में आ गया ह। वही नगर परिषद क्षेत्र के शारदानगर में भी बाढ़ का पानी फैलने से निचले इलाके में बसे परिवारों को भय सताने लगा है। गंगा के बढ़ते जलस्तर से शारद नगर में रहने वाले परिवारों को परेशानी होने लगी है। वे लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में जुट गए है। गंगा के बढ़ते जलस्तर से बोरना, इमादपुर बिंद टोली, कटघरा, बन्नी आदि इलाको के लोग फिर बाढ़ से बचाव की तैयारी में जुट गए है। बोरना के मुखिया प्रतिनिधि मो. नासीर इकबाल ने बताया कि पांच दिनों से जलस्तर में वृद्धि होने से बाढ़ प्रभावित परिवारों को भय सता रहा है। कटघरा के आवेश कुमार ने बताया कि गंडक का पानी बढ़ने से रामपुर कटघरा मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। प्रशासनिक स्तर से नाव परिचालन करना जरूरी हो गया है। इधर गोगरी सीओ दीपक कुमार ने बताया कि गंगा का जल स्तर बढ़ने से जिन पंचायतों में आवागमन सुविधा में बाधा हो रही है। वहां नाव का परिचालन कराया जा रहा है। कर्मचारी रिपोर्ट के आधार पर प्रभावित इलाके में नाव मुहैया करायी जा रही है। फोटो : 10 कैप्शन: गोगरी के बोरना पंचायत में बाढ़ के फैल्े के बीच नाव से आवागमन करते लोग। बॉक्स: परबत्ता: सुरक्षा को लेकर बाढ़ पीड़ितों ने बनाया चचरी पुल परबत्ता। एक प्रतिनिधि प्रखंड में तीसरी बार बाढ़ ने तबाही मचा दी है। बाढ़ का पानी दर्जनों घरों घुस चुका है। इधर माधवपुर पंचायत पूर्ण रूप से तीसरी बार बाढ़ से प्रभावित हो चुका है। साथ ही माधवपुर गांव का मुख्य मार्ग पानी से डूब चुका है। उक्त मार्ग पर गंगा की तेज बहाव जारी है। शनिवार को इस तेज बहाव में एक बाइक व एक महिला बह गई। ग्रामीणों के सहयोग से बाइक व महिला को किसी तरह पानी से बाहर निकला गया। तेज बहाव से बचाव को लेकर स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से चचरी का पुल बनाया गया, ताकि पैदल चलने वाले लोगो को सुरक्षित किया जा सके। इस कार्य में कमलेश सिंह, धर्मेंद्र सिंह, अनुपम, अंशु झा, गुलशन, प्रिंस, अंकित, प्रांशु, अंजनी झा, लालू यादव, मोनू , गंगाधर यादव, ललन शर्मा , सुनील झा, दीपक झा आदि ग्रामीण का सहयोग रहा। स्थानीय मुखिया आशुतोष कुमार सिंह उर्फ़ बंटू सिंह ने युवाओ द्वारा किये गए कार्य की सराहना की। बताया जाता है कि भारी बारिश के बीच गंगा नदी के जलस्तर में तीसरी बार वृद्धि से स़ौढ़ उत्तरी, सौढ़ दक्षिणी, भरसो, कुल्हड़िया, लगार, तेमथा करारी जोरावरपुर, दरियापुर भेलवा, माधवपुर, कबेला पंचायत के जागृति टोला सहित एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हो गया है, लेकिन बाढ़ पीड़ितों की सुरक्षा को लेकर विभाग द्वारा कोई कदम अभी तक नहीं उठाया गया है। फोटो : 16 कैप्शन: परबत्ता: प्रखंड के मुरादपुर के बाढ़ पीड़ितों नें सुरक्षा को लेकर बनाया चचरी का पुल।