जिले में बिना निबंधन के चल रहे निजी स्कूलों में अब लगेंगे ताले
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जिले में बिना निबंधन के चल रहे निजी स्कूलों में अब लगेंगे ताले फ्लायर:
जिले में बिना निबंधन के चल रहे निजी स्कूलों में अब लगेंगे ताले
अनिबंधित 119 निजी स्कूलों को किया गया है नोटिस
जिले में अब तक 176 निजी स्कूल ही है विभाग से प्रस्वीकृत
इस सत्र में महज 49 स्कूलों ने निबंधन के लिए किया है आवेदन, मानक पूरा होने पर मिलेगी प्रस्वीकृति
खगड़िया। राजीव कुमार
जिले में सुविधाविहीन निजी स्कूल अब नहीं चलेगा। ऐसे स्कूलों में ताले लटकेंगे। यूं कहें शिक्षा विभाग से प्रस्वीकृत के बिना संचालित नहीं किया जा सकेगा। जिले में 119 निजी स्कूलों पर अब विभाग सख्त हुई है। ये स्कूल विभागीय डेडलाइन खत्म हो जाने के बाद भी प्रस्वीकृति के लिए ई संवर्द्धन पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन नहीं किया है। जिस पर इन सभी स्कूलों को नोटिस भेजा गया है। जिसमें सदर प्रखंड अंतर्गत 33 निजी स्कूलों को नोटिस दिया गया है। वहीं गोगरी प्रखंड में संचालित 27 निजी स्कूल के नाम शामिल हैं। अलौली प्रखंड अंतर्गत 29 स्कूल, परबत्ता प्रखंड अंतर्गत 12, चौथम प्रखंड अंतर्गत सात, मानसी प्रखंड अंतर्गत नौ व बेलदौर प्रखंड अंतर्गत सात निजी स्कूलों को नोटिस भेजा गया है। निदेशक प्राथमिक शिक्षा के निर्देश पर डीईओ स्तर से बिना निबंधन के संचालित हो रहे निजी स्कूलों पर कार्रवाई की लेटर जारी होने से संचालक सकते में देखे जा रहे हैं। बता दें कि जिले में विभागीय आंकड़ों में शहर से लेकर गांवों तक 318 निजी स्कूल संचालित हैं। जिसमें विभिन्न चरणों में 176 निजी स्कूल डीईओ स्तर से प्रस्वीकृत किए जा चुके हैं। जबकि सत्र 2024-25 में जिले में 49 निजी स्कूलों ने ई संवर्द्धन पोर्टल पर निबंधन कराने के लिए आवेदन दिया है। जिसकी स्थलीय जांचकर मानक पूरा करने वाले निजी स्कूलों को प्रस्वीकृति लेटर दिया जा सकेगा। पर, जिले में शेष 119 निजी स्कूलों ने तिथि पर तिथि दिए जाने के बाद भी ई संवर्द्धन पोर्टल पर निबंधन कराने के लिए आवेदन ही नहीं दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि ऐसे स्कूल विभागीय मानक को प्रथमद़ृष्टया पूरा नहीं करते हैं। जैसे-तैसे संचालित कर बच्चों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जिस पर डीईओ ने ऐसे स्कूलों को अब नोटिस किया है। शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के तहत साल 2013 में पहली बार 30 स्कूलों का रजिस्ट्रेशन हुआ था। उस समय निबंधन के लिए विभाग के पास 159 निजी स्कूलों ने आवेदन किया था। पर, 30 स्कूलों के अलावे अन्य स्कूल मानक पर खड़े नहीं उतरे थे। फिर भी स्कूल संचालित हैं।
निजी स्कूल विभागीय आदेश बता रहे धता: जिले में निजी स्कूल विभागीय आदेश को धता बता रहे हैं। जी हां, एक तो पंजीयन के लिए तिथि पर तिथि बढ़ी और वे ऑनलाइन आवेदन नहीं किया। वहीं ई शिक्षा कोष पोर्टल पर नामांकित बच्चों से संबंधित डाटा भी अपलोड करने में उदासीन बने हुए हैं। जिले में 118 निजी स्कूलों ने अब भी पोर्टल पर बच्चों का डाटा अपलोड नहीं किया है। ऐसे स्कूलों पर भी विभाग सख्ती अब करने जा रही है। जाहिर है कि सरकारी से लेकर निजी स्कूलों को भी ई शिक्षा कोष पोर्टल पर नामांकित सभी बच्चों से संबंधित जानकारी लोड करने का आदेश है। यहां तक कि आधार कार्ड भी अपलोड करना है। आधार कार्ड से ही पता चलेगी कि एक बच्चे कहां-कहां नामांकन ले रखे हैं।
निजी स्कूलों के निबंधन के मानक: निजी स्कूलों के संचालन के लिए विभाग ने मानक तय कर रखे हैं। तय मानक पूरा करने पर ही निबंधित करना है। बिना निबंधन के स्कूलों का संचालन नहीं करना है। बता दें कि निजी स्कूलों के सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट से निबंधित होना भी जरूरी है। सुरक्षा के लिए अग्निशामक यंत्र सहित आवाजाही के लिए समुचित रास्ता की सुविधा होनी चाहिए। समुचित वर्ग कक्ष, पेयजल व शौचालय की बेहतर सुविधा भी मानक में शामिल हैं। स्कूल में पुस्तकालय व खेल मैदान भी मानक में बताया जाता है। ऑडिट रिपोर्ट व कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए 25 प्रतिशत सीट पर नामांकन लिया जा रहा हो। स्कूलों में दक्ष शिक्षक के भी होना चाहिए। पर, जिले में बड़ी संख्या में जैसे-तैसे मानक के बिना निजी स्कूल बेरोकटोक चलते आ रहे हैं। यहां तक कि निजी स्कलों के संचालक ई संवर्द्धन पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने के प्रति दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। बता दें कि इस सत्र में पहले गत 16 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन की तिथि दी गई थी। इससे पहले विभाग ने ई संवर्द्धन पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन के लिए गत 10 अगस्त तक समय निर्धारित कर रखा था। इससे पहले गत 20 अप्रैल तक आवेदन लिया गया था। तिथि पर तिथि दी गई पर निजी स्कूल आवेदन नहीं किया।
बॉक्स :
16 निजी स्कूलों ने 25 प्रतिशत सीट नहीं किया अपडेट, स्पष्टीकरण
खगड़िया। निज प्रतिनिधि
जिले में पंजीकृत 14 निजी स्कूलों ने ज्ञानदीप पोर्टल पर 25 प्रतिशत सीट अपडेट नहीं किया है। आरटीई अधिनियम 2011 के तहत पंजीकृत स्कूलों को कमजोर वर्ग के लिए आरक्षित 25 प्रतिशत सीट पर दाखिला लेने की व्यवस्था है। पर, ये स्कूल ने पोर्टल पर संख्या अपडेट नहीं किया। जिससे यहां बच्चों का दाखिला नहीं हो सका। जानकारी के अनुसार सेंट्रल पब्लिक स्कूल, एसएल डीएवी पब्लिक स्कूल खगड़िया, न्यू सनसाईन पब्लिक स्कूल मानसी, एसडी पब्लिक स्कूल चौथम, वीपीए पब्लिक स्कूल, ओशो पारामाउंट पिपरा, एसटी कबीर एकेडमी, लिट्ल फ्लावर एकेडमी, बीपीएसएस पकरैल, आदर्श चिल्ड्रेन एकेडमी, दिल्ली पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल काजीचक, आरएलएस रेखासेन स्कूल, गंगा कोशी पब्लिक स्कूल व वात्सल्य बोर्डिंग स्कूल के 25 प्रतिशत सीट अपडेट नहीं करने पर डीईओ ने जवाब-तलब किया है।
बोले अधिकारी :
जिले में बिना प्रस्वीकृति के संचालित हो रहे निजी स्कूलों को नोटिस किया गया है। विभागीय निर्देशानुसार ऐसे स्कूलों के संचालन पर रोक लगाया जाएगा।
अमरेन्द्र कुमार गोंड, डीईओ, खगड़िया।
क्रिकेट मैच: दुखाटोला ने कैथी को पांच विकेट से हराया
महेशखंूट स्थित जवाहर इंटर स्कूल मैदान में सोमवार को मैच का हुआ आयोजन
मैन ऑफ द मैच सानू कुमार को 42 रनों की पारी खेलने पर दिया
खगड़िया। निज प्रतिनिधि
महेशखंूट स्थित जवाहर इंटर स्कूल मैदान में सोमवार को आरआर सुपर 16 क्रिकेट टूर्नामेंट में दुखाटोल महेशखंूट की टीम ने कैथी चौथम टीम को पांच विकेट से हरा दिया। मैच में कैथी की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए दस ओवर में 91 रनों का स्कोर खड़ा किया। जवाब में दुखाटोला की टीम 92 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया। मैन ऑफ द मैच सानू कुमार को 42 रनों की पारी खेलने पर मिला। मैच का उदघाटन भाजपा नेता मनीष यादव ने फीता काटकर की। उन्होंने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल को खेल भावना से खेलनी चाहिए। हार जीत मायने नहीं रखता है। खिलाड़ियों को अपना बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहिए। इस दौरान समाजिक कार्यकर्ता मासूम सिंह राजपूत, बिशप राज, आर्यन राज, कंुदन यादव, सल्तान, पप्पू खान, गौरव राज, प्रिंस खान, दिवाकर यादव, भगवती सिंह, सोनू खान, कंुदन यादव, इन्द्रजीत कुमार, मृत्यंुजय यादव आदि मौजूद थे।
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कैप्शन: सोमवार को महेशखंूट स्थित जवाहर इंटर स्कूल मैदान में मैच का उदघाटन करते अतिथि।
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