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... और अब आश्रयस्थल में रात गुजार सकेंगे गरीब लोग

अब गरीबों को रात गुजारने के लिए स्टेशन परिसर, फुटपाथ आदि जगहों पर रहने से मुक्ति मिल जाएगी। यानि अगर देर रात को किसी गरीब फेरीवाले या छोटे कारोबारी को गंतव्य तक जाने के लिए वाहन पकड़ने की जरूरत होगी...

... और अब आश्रयस्थल में रात गुजार सकेंगे गरीब लोग
हिन्दुस्तान टीम,खगडि़याMon, 16 Mar 2020 01:19 AM
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अब गरीबों को रात गुजारने के लिए स्टेशन परिसर, फुटपाथ आदि जगहों पर रहने से मुक्ति मिल जाएगी। यानि अगर देर रात को किसी गरीब फेरीवाले या छोटे कारोबारी को गंतव्य तक जाने के लिए वाहन पकड़ने की जरूरत होगी तो वे वहां रात गुजार सकेंगे। इसके अलावा शहर के वैसे निराश्रित परिवार जिन्हें रहने की परेशानी है, वे भी इस मकान में रात बीता सकते हैं। वहीं आने वाले दिनों में सस्ते दरों पर उन्हें आश्रय स्थल में ही भोजना मिलेगा।

नगर परिषद द्वारा बस स्टैण्ड में लगभग 44 लाख की लागत से आश्रय स्थल तैयार करवाया गया है। इस आश्रय स्थल में तीनों तल्ले पर एक एक हॉल है। इन सभी हॉल में चौकी व बिछावन की व्यवस्था होगी। जिससे लोगों को रात बिताने में परेशानी नहीं हो। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आश्रय स्थल का निर्माण कार्य भी पूर्ण हो चुका है। अब सिर्फ इसके उद्घाटन होने का इंतजार है। जिससे यह निर्बाध रूप से संचालित हो सके।

स्वयं सहायता समूह द्वारा किया जाएगा संचालन: इस 50 बेड वाले आश्रय स्थल के नियमित संचालन को लेकर नगर परिषद द्वारा एक स्वयं सहायता समूह को आश्रयस्थल की जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। जिससे इस आश्रयस्थल में रहने वाले लोगों के लिए व्यवस्था की जाएगी साथ ही साथ भोजन की भी व्यवस्था रहेगी। हालांकि अब तक भोजन के दर का निर्धारण नहीं किया गया है लेकिन पूर्वानुमान है कि न्यूनतम दर पर अच्छे भोजन की व्यवस्था आश्रय स्थल में रहने वाले लोगों के लिए कराया जाएगा। इसके लिए तीन शिफ्टों में स्वयं सहायता समूह क ी महिलाएं ड्यूटी करेंगी। वहीं एक पुरुष को भी पांच हजार रूपए प्रति माह की दर पर रखा जाएगा। जिससे किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो।

दिन में किया जाएगा सर्वे: अक्सर देखा जाता है कि अपनी रोजी रोटी चलाने के लिए फेरीवाले व छोटे-छोटे व्यवसाय करने वाले प्रतिदिन शहर आते हैं और रात में रहने की स्थिति में परेशान होते हैं। ऐसे लोग आश्रय स्थल में अब रात गुजार सकते हैं।

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