धूप खिलने के बाद भी कनकनी
जिले में शीतलहर का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को दोपहर बाद लोगों को भगवान भास्कर का दर्शन हुआ। उम्मीद थी कि कुछ राहत मिलेगी। लेकिन शाम होते होते पूरा जिला सर्द हवा के आगोश में आ...
जिले में शीतलहर का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को दोपहर बाद लोगों को भगवान भास्कर का दर्शन हुआ। उम्मीद थी कि कुछ राहत मिलेगी। लेकिन शाम होते होते पूरा जिला सर्द हवा के आगोश में आ गया।
कुल मिलाकर धूप खिलने के बाद भी कनकनी बेअसर रहा। शाम ढलते ही लोग रजाई में दूबक गये। बाइक की सवारी हो या फिर पैदल ही कहीं जाना मुश्किल है। ट्रेनों से सफर करना भी कष्टदायक बना है। ट्रेनों के घंटों विलंब से चलने से स्टेशनों पर ट्रेन का इंतजार करना यात्रियों को परेशान कर रहा है। ठंड से लोग बीमार भी पड़ रहे हैं। बच्चे खासे प्रभावित हैं। ठंड का असर सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों पर भी पड़ा है।
हालांकि राहत वाली बात यह है कि प्लस टू स्तर के सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। इधर शीतलहर केवल मानव नहीं बल्कि पशु-पक्षियों के लिए भी आफत बनकर आई है। मानव के साथ ये भी काल के गाल में समा रहे हैं। ठंड से अब तक जिले में 22 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें बूढ़े,बच्चे, जवान व महिलाएं शामिल हैं। पर्याप्त मात्रा में अलाव की व्यवस्था नहीं होने से लोग अलग परेशान हैं।
अलौली के संवाद सूत्र के अनुसार रामपुर अलौली पंचायत के वार्ड नम्बर -2 में बीती रात 55 वर्षीय गुनेश्वर तांती की मौत ठंड लगने से हो गयी। हालांकि इसकी प्रशासनिक पुष्टि नहीं हुई है। मृतक गुनेश्वर के बेटे के चन्द्रदेव तांती, इन्द्रदेव तांती, नन्दकिशोर तांती व अरविन्द तांती ने बताया कि पिताजी रात में खाना खा कर सोये थे। देर रात ठंडा से एकाएक बदन फूल गया और देखते देखते बिछावन पर ही दम तोड़ दिये। इसकी पुष्टि पंचायत के वार्ड सदस्य प्रमोद तांती, वार्ड के पंच पवन तांती ने करते हुए बताया कि गरीब परिवार को मरने के बाद भी किसी तरह की सुविधा प्राप्त नहीं है।