ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार खगड़ियासुनवाई के बाद जीविकाकर्मी को हुआ चार माह के मानदेय का भुगतान

सुनवाई के बाद जीविकाकर्मी को हुआ चार माह के मानदेय का भुगतान

जीविका में मनरेगा सलाहकार के पद पर चौथम में कार्यरत मुकेश कुमार चौधरी को सुनवाई के बाद चार माह के बकाए राशि का भुगतान किया गया। बताया जाता है कि बीपीआईयू चौथम के मनरेगा सलाहकार पर वे कार्यरत थे। उनका...

सुनवाई के बाद जीविकाकर्मी को हुआ चार माह के मानदेय का भुगतान
हिन्दुस्तान टीम,खगडि़याWed, 11 Dec 2019 01:48 AM
ऐप पर पढ़ें

जीविका में मनरेगा सलाहकार के पद पर चौथम में कार्यरत मुकेश कुमार चौधरी को सुनवाई के बाद चार माह के बकाए राशि का भुगतान किया गया। बताया जाता है कि बीपीआईयू चौथम के मनरेगा सलाहकार पर वे कार्यरत थे। उनका फरवरी 2017 से मई 2017 तक के बकाए वेतन के भुगतान नहीं किए जाने की शिकायत जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में की। शिकायत पर सुनवाई करने के बाद लोक प्राधिकार जिला परियोजना प्रबंधक को नोटिस कर उनसे जबाव मांगा गया। इस पर उन्होंने अपने कार्यालय के पत्रांक के माध्यम से 31 अक्टूबर 2019 को जबाव दिया कि मुकेश कुमार चौधरी नाम क ोई भी कर्मी बीपीआईयू, चौथम कार्यालय में कार्यरत नहीं है।

सुनवाई के दौरान परिवादी ने दिया साक्ष्य तो मिला वेतन : जीविका द्वारा जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय को परिवादी मुकेश कुमार चौधरी ने अपना प्रमाण दिया और बताया कि वे कार्य कर रहे हैं। इस पर लोक प्राधिकार ने जांच के बाद कार्रवाई करने का एक मौका मांगा। पांच दिसंबर को उन्होंने अपने कार्यालय के पत्र के माध्यम से जानकारी दिया कि श्री चौधरी कार्य करते थे।

वहीं उनके मार्च 2017 से मई 2017 तक के वेतन बकाए होने की भी बात स्वीकारी। उन्होंने इन बकाए मानदेय की 28 हजार 500 रुपए यूनियन बैंक के चेक के माध्यम से भुगतान किया। यानि उन्हें अपने बकाए राशि लेने के लिए दो वर्ष का इंतजार करना पड़ा। न्याय मिलने के बाद मनरेगा सलाहकार ने राहत की सांस ली।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें