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20 वर्ष में बिछी 14 किमी पटरी

खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना की रफ्तार धीमी है। 42.5 किलोमीटर लंबी परियोजना में अब तक 14 किमी ही रेलवे लाइन बिछाई गई है। हालांकि इस रेल परियोजना की स्वीकृति के 20 साल हो गए हैं। बता दें कि...

20 वर्ष में बिछी 14 किमी पटरी
हिन्दुस्तान टीम,खगडि़याSat, 22 Sep 2018 12:31 AM
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खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना की रफ्तार धीमी है। 42.5 किलोमीटर लंबी परियोजना में अब तक 14 किमी ही रेलवे लाइन बिछाई गई है। हालांकि इस रेल परियोजना की स्वीकृति के 20 साल हो गए हैं। बता दें कि 1998 में 162 करोड़ की लागत से तत्कालीन रेल मंत्री रामविलास पासवान ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को स्वीकृति दी थी। श्री पासवान के अपने गांव शहरबन्नी को रेल से जोड़ने की योजना आज भी अधूरी है। 2006 में परियोजना का काम पूरा होना था पर इस समय काम ही शुरू किया गया।

2002 में सर्वे का काम किया गया और 2009 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया। परियोजना के विलंब होने लागत बढ़कर वर्तमान में 565 करोड़ हो गई है। लेकिन अब तक 137 करोड़ ही राशि मिल सकी है।आवंटन का अभाव व कार्य की धीमी गति से 2020 में परियोजना के पूरा होने की उम्मीद कहीं से नहीं दिख रही है। आने वाले दो साल में बचे 30 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बिछाने होंगे। जो संभव नहीं है। स्वीकृति के 20 साल में परियोजना को महज 137 करोड़ की राशि है। जबकि वर्तमान में 565 करोड़ की लागत बढ़कर हो गई है।

परियोजना का बड़ा भाग है बांकी: रेल परियोजना के वर्तमान काम पर नजर डाले तो खगड़िया से कामास्थान तक रेलवे लाइन बिछायी गयी है जो 14 किलोमीटर लम्बी है। कामास्थान से अलौली के बीच पांच किलोमीटर तक मिट्टी भरने का काम किया गया है। अलौलीगढ़ से चेराखेरा, तिलकेश्वर, सुगरैन व कुशेश्वर स्थान तक काम बाकी है। चार बड़ा पुल का बनना भी शेष है। वहीं दो दर्जन से अधिक छोटी पुलिया का निर्माण कार्य भी बांकी है। कुल मिलाकर परियोजना का काम 75 प्रतिशत से भी अधिक बचा है। परियोजना को कम राशि मिलने से काम में गति नहीं मिल रही है।

रेल परियोजना एक नजर में: तत्कालीन रेल मंत्री रामविलास पासवान के कार्यकाल में साल 1998 में 162 करोड़ की लागत से खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना को स्वीकृति मिली थी। उस समय परियोजना को 2006 में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। परियोजना में नौ बड़े पुल व 54 छोटे पुल बनानी है। रामविलास पासवान के गांव शहरबन्नी होते हुए दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान तक रेल लाइन बिछेगा। बता दें कि 2006 परियोजना के पूरा होने का लक्ष्य रखा गया था उस साल काम ही शुरू किया गया।

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