पांच घंटे की बारिश से जलजमाव
शुक्रवार को हुई झमाझम बारिश से पर्व के पूर्व निगम की तैयारी की पोल खोल कर रख दी। पांच घंटे के बारिश से शहर पानी पानी हो गया। निचले क्षेत्रों को कौन पूछे बाजार की विभिन्न सड़कों पर जलजमाव की समस्या से...
शुक्रवार को हुई झमाझम बारिश से पर्व के पूर्व निगम की तैयारी की पोल खोल कर रख दी। पांच घंटे के बारिश से शहर पानी पानी हो गया। निचले क्षेत्रों को कौन पूछे बाजार की विभिन्न सड़कों पर जलजमाव की समस्या से लोग आजीज हो गये।
सुबह नौ बजे से शुरू हुई बारिश लगातार एक बजे तक होने से शहर के विभिन्न सड़क पर जलजमाव से लोगों को खरीदारी करने समेत आवागमन में परेशानी हुई। शहर के एमजी रोड, न्यू मार्केट पथ, बड़ी बाजार, बाटा चौक, गामी टोला, अनाथालय रोड सहित मुख्यालय की सभी सड़कों पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी। सबसे ज्यादा गामी टोला, एमजी रोड की सड़कों पर दो से ढ़ाई फीट पानी फैल गये।
जिससे नाला के गंदा पानी के मिलने से लोग आवागमन के लिए सोचने को विवश हो गये। इस बावत जनसंघर्ष मोर्चा के अजय कुमार साह ,न्यूमार्केट पथ के रविन्द्र कुमार, गामी टोला के कुमारी इसीता, दो नम्बर कॉलोनी के डॉ आरएन मंडल सहित अन्य लोगों ने निगम प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश जताया। उनका था कि निगम प्रशासन के पास जल निकासी के लिए स्थायी ड्रेनेज नहीं रहने का खामियाजा हमेशा से भुगतते आये हैं। निगम के नाम पर मोटी मोटी टैक्स देने के बावजूद भी सुविधा नदारत हैं। जिससे हल्की बारिश से मोहल्ले व सड़क पर जलजमाव की समस्या से दो चार होना पड़ता है। शहरवासियों ने निगम प्रशासन से इस ओर पर्व त्योहार के पूर्व स्थायी निदान की मांग की है। ताकि पर्व त्योहारों में कीचड़ व जलजमाव की समस्या से दो चार नहीं होना पड़े।
ग्राहक के इंतजार में टकटकी लगाते रहे दुकानदार: शुक्रवार की झमाझम बारिश से एक तो कई दुकानदारों ने अपनी दुकान नहीं खोली। न्यू मार्केट, बड़ी बाजार, बड़ी बाजार में जिन दुकानदारों ने अपनी दुकान समय पर खोलने के बाद ग्राहकों के इंतजार में टकटकी लगाये रहे। न्यू मार्केट के कपड़ा दुकानदार रवि कुमार, उमेश कुमार, आदित्य कुमार ने बताया कि शुक्रवार को झमाझम बारिश से व्यापार पर भी असर पड़ा। लगातार हो रही बारिश के कारण सड़क पर जलजमाव से लोगों की आवाजाही कम रही। जिसका नतीजा रहा कि दुकान खोलकर किसी तरह समय व्यतीत करना पड़ा। झमाझम बारिश से सरकारी कार्यालयों के आसपास जलजमाव से जूझना पड़ा।