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परेशानी : दो प्रखंडों को जोड़ने वाला पुल 33 वर्षों में भी नहीं बना

जनप्रतिनिधियों की अनदेखी व प्रशासनिक पदाधिकारियों की इच्छाशक्ति के कमी के शिकार हैं प्राणपुर प्रखंड के लोग। मुख्यालय आने के लिए एक नहीं चार चार कटिंग को पार कर आने को विवश...

परेशानी : दो प्रखंडों को जोड़ने वाला पुल 33 वर्षों में भी नहीं बना
हिन्दुस्तान टीम,कटिहारMon, 20 Jan 2020 11:48 PM
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जनप्रतिनिधियों की अनदेखी व प्रशासनिक पदाधिकारियों की इच्छाशक्ति के कमी के शिकार हैं प्राणपुर प्रखंड के लोग। मुख्यालय आने के लिए एक नहीं चार चार कटिंग को पार कर आने को विवश हैं।

दो प्रखंडों को जोड़नेवाली मदनसाही कटिंग, सोंधा घाट, महेशवा कुंडी एवं सोसाधार पिछले 33 वर्षों से निर्माण कार्य को लेकर किसी उद्वारक के बाट जोह रहा है। लोगों के बीच खासकर जनप्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश व्याप्त है। इस बावत प्राणपुर से प्रमोद सिंह, बलराम उपाध्याय, मदनसाही से कामेश्वर मंडल, सुबोध मंडल, कैलास साह, काठघर दुर्गापुर से रामानंद गोस्वामी सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि इसी सरकार जहां सड़कों की जाल बिछाने की दावा कर रही है। वहीं प्राणपुर प्रखंड में 33 वर्ष बाद भी चारो कटिंग से एक का भी निर्माण नहीं किया गया। जिससे प्रखंड मुख्यालय आने जाने में काफी परेशानी हो रही है। आम नागरिकों ने बताया कि विधायक से लेकर मंत्री तक इस क्षेत्र से बने बावजूद इस दिशा में अब तक अनसूना है। लोगों ने बताया कि आज भी ग्रामीण चचरी पुल के सहारे आवागमन करने को विवश हैं। ग्रामीणों ने बताया कि के दो प्रखंड को जोड़नेवाली मदनसाही कटिंग में 33 वर्षों के बाद भी पुल निर्माण कार्य नहीं हो सका है। 1987 ई में मदनसाही कटिंग में काठपुल प्रलयकारी बाढ़ में ध्वस्त होने के बाद आज तक किसी ने पुल बनाने की दिशा में सुधि नहीं ली गयी। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। अनदेखी करने का भी आरोप लगाया। एक स्वर से कहा कि चुनाव के वक्त जनप्रतिनिधि बड़े बड़े दावे कर अपना कार्य निकाल दुबारा लौटकर देखने तक नहीं आते हैं। मदनसाही कटिंग के चार पंचायत ,सोसाधार से तीन पंचायत, महेशवा कुंडी से तीन पंचायत महेशवा काठघर, पथरवार, प्राणपुर, सोंधा घाट के हजारों लोगों को आने जाने में परेशानी होती है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इसी क्षेत्र से एक ही विधायक तीन टर्न तक रहे। इतना ही नहीं पिछले कई वर्षों से मंत्री रहने के बाद भी अनदेखी का दंश झेलने को विवश हैं। सड़क जीर्णोद्वार का लाखों की लागत से बनकर तैयार है। हफला, प्राणपुर, आरइओ सड़क कटिंग के कारण आवागमन विहीन बना हुआ है। जिसका उपयोग ग्रामीणों को नहीं हो रहा है। ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक पदाधिकारियों से कटिंग में पुल निर्माण की मांग करते आ रहे हैं।

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