महानंदा नदी के जलस्तर में फिर बढ़ोतरी
बुधवार को नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश होने के कारण महानंदा नदी का जलस्तर में मंगलवार से ही लगातार वृद्धि जारी...
बुधवार को नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश होने के कारण महानंदा नदी का जलस्तर में मंगलवार से ही लगातार वृद्धि जारी है।
नदी के जलस्तर में बढ़ने से नदी उफनाने लगी है। इससे कदवा, आजमनगर, प्राणपुर के छह अलग-अलग बिंदुओं पर महानंदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर तक पहुंच गई है। अभियंता के अनुसार इस नदी के जलस्तर में अभी और वृद्धि होने की संभावना है। नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए चीफ इंजीनियर शशि शेखर पांडेय ने अधीक्षण व कार्यपालक अभियंता को हाई अलर्ट कर दिया है। सभी अतिसंवेदनशील जगहों पर बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों के साथ तैनात रहने का आदेश दिया गया है। कदवा के झौआ, बहरखाल और आजमनगर, धबौल, कुर्सेल और दुर्गापुर में महानंदा नदी का दबाब काफी बढ़ गया है। वहीं गंगा , कोसी, कारी कोसी का जलस्तर धीरे-धीरे घट रही है। बरंडी नदी का जलस्तर भी स्थिर हो गया है। वहीं कोसी नदी का जलस्तर 12 घंटे तक घटने के बाद दोपहर बारह बजे से स्थिर हो गया है। संभावना कोसी और गंगा नदी के जलस्तर में अगले चौबीस घंटे में वृद्धि हो सकती है। गंगा नदी का दबाव बढ़ने से अमदाबाद मे कटाव तेज है। इससे लोगों में भय का माहौल है।
18 घंटे में 15 से 20 सेंटीमीटर की हुई महानंदा नदी के जलस्तर में में वृद्धि: महानंदा नदी का जलस्तर झौआ में 31.87 मीटर से 20 सेमी बढ़कर 32.07 मीटर पर, बहरखाल में 31.35 मीटर से 18 सेमी बढ़कर 31.53 मीटर पर, आजमनगर में 30.38 मीटर से 19 सेमी बढ़कर 30.57 मीटर पर, धबौल में 27.80 मीटर से 15 सेमी बढ़कर 29.95 मीटर पर, कुर्सेल में 31.70 मीटर से 20 सेमी बढ़कर 31.90 मीटर पर, दुर्गापुर में 28.80 मीटर से 18 सेमी बढ़कर 28.98मीटर पर तथा गोविंदपुर में 26.95 मीटर से 19 सेमी बढ़कर 27.04 मीटर पर बढ़ना जारी है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नदियों में अभी उतार-चढ़ाव का दबाव बना रहेगा।