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आयुष्मान योग में 25 जुलाई से शुरू होगा सावन

कटिहार, एक संवाददाता देवाधिदेव महादेव भगवान शिव का प्रिय मास सावन का आरंभ

आयुष्मान योग में 25 जुलाई से शुरू होगा सावन
हिन्दुस्तान टीम,कटिहारFri, 23 Jul 2021 05:21 AM
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कटिहार, एक संवाददाता

देवाधिदेव महादेव भगवान शिव का प्रिय मास सावन का आरंभ आयुष्मान योग में 25 जुलाई रविवार से शुरू हो रहा है। साव महीना का शुभ और विशेष संयोग के साथ 25 जुलाई से शुरू होकर 22 अगस्त को खत्म होगा। हिन्दु धर्म में सावन महीने का खास महत्व है।

इस महीने में भगवान शंकर की पूजा हर्षोल्लास से की जाती है। ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में सोमवार को व्रत रखने और भगवान शंकर की पूजा करनेवाले जातक को मनवांछित जीवन साथी प्राप्त होता है और जीवन में सुख समृद्धि बढ़ती है। विवाहिताएं श्रावण मास के सोमवार को व्रत रखती हैं तो उन्हें भगवान शंकर सौभाग्य का वरदान देते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रावण माह में भगवान शिव की पूजा, महामृत्युंजय मंत्र जाप व अभिषेक आदि से बाधा, रोग, शोक व कर्ज से मुक्ति मिलती है।

संक्रान्ति के अनुसार शुरू हो चुका है सावन महीना: आचार्य अंजनी कुूमार ठाकुर बताते हैं कि संक्रान्ति के अनुसार सौर मास संचालित होता है। जबकि पूर्णिमा के दृष्टिकोण से चन्द्रमास। इस गणना से सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश के अनुसार 17 जुलाई से ही सावन शुरू हो गया है। मिथिलांचल मतें संक्रान्ति से सौर मास की गणना होती है। इस अनुसार 18 जुलाई को पहली सोमवारी मिथिलांचल में मनायी गई। वहीं चन्द्रमास की गणना करें तो 25 जुलाई से सावन श्ुरू होगा। सौर मास के अनुसार इस बार पांच सोमवार जबकि चन्द्रमास के अनुसार चा सोमवार होगा। मंगलवार को देवशयनी व बुधवार को वामन द्वादशी मनायी गई जबकि 24 को गुरु पूर्णिमा है।

महादेव आते हैं ससुराल: आचार्य रमेश जोशी जी महाराज के अनुसार महादेव सावन में भूलोक पर अवतरित होकर अपनी ससुराल गये थे व वहां उनका स्वागत अर्ध्य और जलाभिषेक से किया गया था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक वर्ष सावन महीनें में भगवान शिव अपनी ससुराल आते हैं। भूलोक वासियों के लिए शिव कृपा पाने का यह उत्तम समय होता है।

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