सभ्यता संस्कृति को मजबूत बनाने को लेकर लिया संकल्प
बलरामपुर,एक संवाददाता। प्रखंड के भिमियाल पंचायत अंतर्गत झलझली गांव में आदिवासी समाज द्वारा सरना...

बलरामपुर,एक संवाददाता। प्रखंड के भिमियाल पंचायत अंतर्गत झलझली गांव में आदिवासी समाज द्वारा सरना धर्म कराम के अवसर पर प्रार्थना एवं प्रवचन का आयोजन किया गया। मुख्य रूप से आदिवासी समाज के झारखंड से आये कराम गुरु संझलु खिसक ू उपस्थित थे। आदिवासी समाज द्वारा अपनी सभ्यता एवं संस्कृति को और मजबूत बनाने को लेकर संकल्प लिया गया। कराम गुरु ने कहा कि यह एक त्यौहार ही नही है बल्कि यह हमें कई संदेश भी देती है। यह पर्व मानव जीवन का प्रकृति से अटूट लगाव को दर्शाता है। सदियों से चली आ रही मानव सभ्यता और प्रकृति के बीच समन्वय को बताता है। कराम की डाली यानी पेड़ की डाली को पूजा स्थल पर रखकर नृत्य संगीत के साथ प्रकृति पर्व कराम की पूजा अर्चना की गई। जिसमें दूध,चावल,फल आदि का भोग लगाया गया। इसके बाद सामूहिक रूप से प्रार्थना की गई। सभी को एक साथ पारंपरिक नाच गाने में सराबोर देखा गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मांझी बाबा कंसोइ सोरेन, पंसस श्यामलाल हेम्ब्रम,विराम हेम्ब्रम,सागर मुर्मू, मुन्ना मुर्मू आदि सहित ग्रामवासियों का अहम योगदान रहा।
