बारिश का पानी आम लोगों के घर के साथ-साथ जिला के पदाधिकारियों व कर्मचारियों के कार्यालयों को अपना आशियाना बना लिया है। बुधवार की रात 12 बजे से गुरुवार की बारह बजे दिन के बीच रूक-रूक हुई मूसलाधार बारिश के कारण डीएम, एसडीएम का कार्यालय परिसर जलाशय में तब्दील हो गया है।
इससे चुनाव कार्य में लगे सरकारी कर्मचारियों को कलेक्ट्रेट आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश का पानी इतना ज्यादा था कि डीएम, डीडीसी, सीएस, एडीएम, एएसपसी आदि अधिकारियों का वाहन का चक्का का आधा भाग पानी में डूबा गया। डीएम, एडीएम,एसपी, एएसपी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला संाख्यिकी पदाधिकारी, भूमि सुधार विभाग, एसडीपीओ कार्यालय, आपदा प्रबंधन विभाग समेत कलेक्ट्रेट स्थित सभी विभागों में काम कराने के लिए आने वाले लोग जिले के प्रखंडों व ग्रामीण क्षेत्र से आने जाने वाले लोग काफी परेशान रहे।
दिव्यांग भी डेढ़ से दो फीट पानी से होकर सरकारी अधिकारियों के कार्यालय पहुंचना पड़ा। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के कार्यालय आने जाने के क्रम में पानी को पार करते समय जिन लोगों को गड्ढ़ा का अंदाजा नहीं रहा वह पानी में गिरते रहे। कई बाइक चालक भी पानी पार करते समय एसडीपीओ कार्यालय के सामने गिर गये। इससे उनका कपड़ा काफी भींग गया। कदवा से आई पूनम कुमारी ने कहा कि वह एक सरकारी कर्मचारी है। वह कदवा से आई हैं। उसे आईटी कार्यालय में बुलाया गया है। कदवा से ऑटो से सुरक्षित पहुंच गये। लेकिन यहां पर समाहरणालय परिसर में तो पानी काफी लगा है। क्या करें सरकारी कार्य हैं किसी तरह तो जाना ही पड़ेगा। पूनम की तरह से राजेश कुमार, अनिता कुमारी, प्रियंका कुमारी, सुबोध कुमार समेत सैकड़ों पैदल आने जाने वाले लोगों को अपना जूता व लैदर का चप्पल को हाथ में लेकर आते जाते दिखे।
नगर निगम का टैंक पानी को बाहर निकलने का कर रहा प्रयास: समाहरणालय के जलाशय में तब्दील होने के बाद नगर निगम के एक टैंक पानी निकालने के लिए पहुंची। करीब दस हजार गैलेन वाला टैंक पंप ने पानी को लेकर बाहर फेंकने के लिए गई। इसके बाद फिर से बारिश होने लगी।