महानंदा में पानी बढ़ने से दहशत
जिले में गंगा, महानंदा, कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में दो दिनों से वृद्धि हो रही है। मंगलवार को जल ग्रहण क्षेत्र में हुई बारिश के बाद महानंदा नदी के जलस्तर में 18 घंटे में लगभग 156 सेमी की वृद्धि हुई...
जिले में गंगा, महानंदा, कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में दो दिनों से वृद्धि हो रही है। मंगलवार को जल ग्रहण क्षेत्र में हुई बारिश के बाद महानंदा नदी के जलस्तर में 18 घंटे में लगभग 156 सेमी की वृद्धि हुई है। नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य में लगे इंजीनियरों में भय व्याप्त हो गया है। हालांकि लगातार चौकसी बरती जा रही है।
तटबंध पर किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। नदी के निचले हिस्सों में रह रहे लोगों के घर आंगन में पानी प्रवेश कर गया। अमदाबाद प्रखंड के उत्क्रमित मध्यविद्यालय झब्बू टोला के समीप गंगा नदी का कटाव आ गया है। जिसके कारण यह विद्यालय अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा हेै। नदी किनारे रहने वाले गांव के लोगों के बीच नदी का पानी फैल जाने के कारण उनके समक्ष आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गयी है। इतना ही नहीं मवेशियों के लिए पशुचारा भी विकराल रूप धारण करने लगा है। गंगा नदी का जलस्तर काढ़ागोला में 64 सेमी, बरंडी नदी का जलस्तर डूमर एनएच के पास 30 सेमी और कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रीज के पास खतरे के निशान से उपर बह रही है। अप्रत्याशित जल स्तर में वृद्धि होने के बाद भी जलस्तर अभी भी चेतावनी स्तर को पार नहीं किया है।
मनिहारी, प्राणपुर, अमदाबाद, बरारी सहित अन्य क्षेत्रों में नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद निचले भागों में फसल को भी क्षति पहंुचने की संभावना प्रबल हो गयी है। जल संसाधन विभाग के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पानी के बढ़ने के बाद तटबंध के सारे स्पर और तटबंध सुरक्षित है। इंजीनियरों की टीम लगातार चोैकसी बरत रहे हैं। फिलहाल कहीं कोई खतरा नहीं है।