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घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाते रहे मंत्री विनोद सिंह

मनसाही। विधानसभा में शून्यकाल के हीरो एवं अपने भाषणों में प्राणपुर का बेटा कहने वाले बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह नहीं रहें। अचानक उनकी मौत की खबर सुनने के बाद सभी लोग सन्न रह गये। उनकी...

घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाते रहे मंत्री विनोद सिंह
हिन्दुस्तान टीम,कटिहारTue, 13 Oct 2020 03:33 AM
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मनसाही। विधानसभा में शून्यकाल के हीरो एवं अपने भाषणों में प्राणपुर का बेटा कहने वाले बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह नहीं रहें। अचानक उनकी मौत की खबर सुनने के बाद सभी लोग सन्न रह गये। उनकी राजनीतिक जीवन साफ सुथरा रही है।

बंगलादेशी घुसपैठ के विरोध आंदोलन में उन्हें काफी ख्याति मिली थी। आंदोलन को धारदार बनाने के लिए उनक ी पहचान राज्य स्तर पर थी। वर्ष 2000 में जब वे पहली बार विधानसभा पहंुचे तो प्राणपुर विधानसभा के साथ साथ जिले की कई समस्याएं शून्य काल में लगातार उठाये। जिसके बाद से ही जीरो का हीरो कहे जाने लगे। हमेशा क्षेत्र क ी समस्याओं को दूर करने के लिए विधानसभा में आवाज बुलंद करते रहे।

मनिहारी गंगा घाट पर आज दी जाएगी अंतिम विदाई: पिछड़ा अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह के निधन पर राज्य सरकार ने 13 अक्टूबर को एक दिन के लिए राजकीय शोक घोषित किया है। जिलाधिकारी कंवल तनुज ने बताया कि बिहार सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने पत्र भेजकर उक्त जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि 13 अक्टूबर को एक दिन का राजकीय शोक मनाया जायेगा। इस अवधि में उन सभी भवनों जिन पर नियमित रुप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है,राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुकाया जायेगा। इस अवधि में कोई राजकीय समारोह व सरकारी मनोरंजन आयोजित नहीं होगा। दूसरी ओर मंत्री का दाह संस्कार राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार को मनिहारी स्थित गंगा तट पर किया जायेगा। मंत्री का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके पैतृक गांव मनसाही स्थित बड़ी बथना गांव

लाया जायेगा। परिजन दिल्ली से शव एयर एम्बुलेंस से पटना लायेंगे। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत पक्ष एवं विपक्ष के नेता श्रद्धंाजलि देने के बाद शव को पटना से कटिहार लाया जायेगा। मिरचाईबाड़ी में भी एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जायेगा। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जायेगी। मुखाग्नि स्व. सिंह के भतीजा द्वारा दिये जाने की बात परिजनों ने बतायी है।

मंत्री के निधन के बाद बड़ी बथना गांव में नहीं जले चूल्हे-चके: मनसाही। प्रखंड के बड़ी बथना में सुबह दस बजे के आसपास ज्यों ही परिजनों को दिल्ली से मंत्री के अंतिम सांस लेने की सूचना मिली गांव के बुजूर्ग युवा छोटे छोटे बच्चे एकाएक उनके आवास पर पहंुचने शुरू कर दिये। उनके सम्मान में लोगों ने अपने घरों में चूल्हे चौके नहीं जलायें। अपने लाल के गम में लोग शोक के लहर में डूब चुके थे। हर कोई मंत्री के वेवाक टिप्पणी की चर्चा में मशगुल रहें। किसी ने कहा कि चाचा विनोद ने कोरोना को मात दे दिया था। उनलोगों को उम्मीद था कि ब्रेम हेम्ब्रेज से भी ठीक होकर वे वापस गांव लौटेंगे और चाची के चुनाव में जनता से आशीर्वाद लेने के लिए प्राणपुर विधानसभा जायेंगे। लेकिन ईश्वर को यह मंजूर नहीं हुआ वे हमलोग के बीच नहीं रहें। लोगों ने उनके यादों को दिन भर आवास के ईर्द गिर्द बुदबुदाते रहें। पूर्व केन्द्रीय मंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने बिहार सरकार के अतिपिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद सिंह के असामयिक निधन पर दुख जताते हुए शोक प्रकट किया है। श्री अनवर ने ईश्वर से प्रार्थना की है कि उनके आत्मा को शांति प्रदान करें व परिवार को इस गहरी दुख की घड़ी को सहने की क्षमता दें। दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बीके ठाकुर ने मंत्री विनोद कुमार सिंह के निधन को अपूरणीय क्षति बताया है। कहा है कि कटिहार को एक अपूरणीय क्षति है जिसकी भरपाई असंभव है।

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