जिले में झुलसाने लगी गर्मी, चढ़ा पारा
जिले में गर्मी अब झुलसाने लगी है। चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। सूर्य की तपिश कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बढ़ती गर्मी से अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भी...
जिले में गर्मी अब झुलसाने लगी है। चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। सूर्य की तपिश कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बढ़ती गर्मी से अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने लगी है।
रविवार को जिले का अधिकतम 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। आने वाले दिनों में यह तापमान में और भी बढ़ोतरी होने की संभावना है। बढ़ती गर्मी से डॉक्टर ने खासकर मधुमेह और उच्च रक्तचाप मरीजों को विशेष ध्यान देने की सलाह दी है। बाजारों में इन दिनों मौसमी फलों की भरमार है, जो सेहत के लिए उपयोगी होते हैं। वैसे डॉक्टर, बाजार से खरीदे गए फलों को अच्छी तरह से धोकर कर ही खाने की सलाह दे रहे हैं। बाजार में शीतल पेय भी उपलब्ध है। लेकिन सभी स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होते हैं। चिलचिलाती धूप से बचने के लिए लोग कहीं पेड़ों की छांव तो कही शेड का सहारा ले रहे हैं। बाजार निकलने वाले लोग घर से छाता लेकर कर ही निकल रहे हैं। स्कूली छात्र व छात्राओं को विद्यालय से घर लौटते समय भीषण गर्मी से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
घर से खाली पेट नहीं निकलें : डॉक्टर की सलाह
सिरसा स्थित आर्मी कैम्प के छाती एवं पेट रोग विशेषज्ञ डॉ एस भानू ने बताया कि ठंड के बाद गर्मी और धूप के आने से खासकर मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप के रोगियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ठंड के मौसम में जहां रक्त का दबाव बढ़ जाता है वहीं गर्मी के मौसम आते ही दिन में ब्लड का प्रेशर गिरता है। ऐसे में इस तरह के रोगियों को भूखे पेट कहीं नहीं निकलना चाहिए। वहीं हर घंटे पर कम से कम एक ग्लास पानी पीना चाहिए। उन्होंने बाजार में बिक रहे शीतल पेय व मौसमी फलों से कुछ हद तक परहेज करने की बातें कहीं। इन फलों पर पेस्टिसाइट का प्रभाव होने से लाभ कम हानि अधिक है।
गर्मी में फलों का सेवन करना रहता है उपयोगी
इन दिनों जिला मुख्यालय सहित प्रखंडों के बाजार मौसमी फलों से पटा हुआ है। सेहत पसंद लोग मौसमी फलों की खरीदारी में लगे हुए रहते हंै। शहर के न्यू मार्केेट रोड में लगने वाले गुदरी हाट में खीरा, तरबूज, ककड़ी, सहित अन्य मौसमी फलों की दुकानें सुबह से ही सज जाती है। अधिकांश लोग मॉर्निंग वॉक से लौटने के समय वहां पर अपने घरों के लिए मौसमी फलों की खरीदारी करते है। जबकि प्रखंडों के बाजार में खासकर दियारा क्षेत्र से उत्पादित मौसमी फलों एवं सब्जियों की खरीदारी करने से लोग नहीं चुक ते है। जबकि प्रचंड धूप तथा उमस भरी गर्मी के बीच चौक-चौराहों पर गन्ने का रस, बेल की शर्बत तथा मौसमी फलों का जूस बनाकर बेचने वाले फुटकर दुकानदारो एवं ठेला चालकों का इन दिनों अच्छी खासी कमाई बढ़ गई है।