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आंचलिक कार्यालय का विलय रद्द करे केंद्र

नॉर्थ ईस्टर्न बिहार चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष बिमल सिंह बैगानी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर पूर्णिया स्थित भारतीय स्टेट बैंक की आंचलिक कार्यालय के भागलपुर में विलय करने के...

आंचलिक कार्यालय का विलय रद्द करे केंद्र
हिन्दुस्तान टीम,कटिहारFri, 06 Mar 2020 12:11 AM
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नॉर्थ ईस्टर्न बिहार चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष बिमल सिंह बैगानी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर पूर्णिया स्थित भारतीय स्टेट बैंक की आंचलिक कार्यालय के भागलपुर में विलय करने के निर्णय को रद्द करने की मांग की है।

चैंबर अध्यक्ष श्री बैगानी ने भेजे गये पत्र में लिखा है कि पूर्णिया 250 वर्ष पुराना जिला है। विलय का निर्णय दुर्भावना से ग्रसित है। तुलनात्मक दृष्टिकोण से पूर्णिया आंचलिक कार्यालय से हर मायने में बेहतर है। भागलपुर का जोनल ऑफिस किराए के मकान में है। वहां पर स्टेट बैंक ऑफ इंस्टीच्यूट ऑफ लर्निंग नहीं है और न ही उच्च कोटी का कर्मचारियों एवं अधिकारियों के लिए आवास की व्यवस्था है। पूर्णिया में यह सारी चीजें उपलब्ध है। चैंबर अध्यक्ष श्री बैगानी ने कहा कि बिहार और झारखंड राज्य में सबसे बड़ा पूर्णिया आंचलिक कार्यलय है। इसके अंतर्गत 275 शाखाएं है। पूर्णिया,कटिहार, किशनगंज, अररिया, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, दरभंगा, मधुबनी और सीतामढ़ी जिला आते हैं। इन स्थानों से व्यापार जगत के लोगों को भागलपुर जाने में काफी परेशानी होगी। स्टेट बैंक द्वारा हाल में जारी एक परफॉरमेंस रिपोर्ट में पूर्णिया के आंचलिक कार्यालय का ऑल इंडिया में तीसरा और बिहार और झारखंड में पहला स्थान रिकार्ड किया गया। सचिव रवि महावार ने भी विलय को रद्द करने उच्चाधिकारियों से आग्रह किया है।

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