
VIDEO: अब कुचायकोट में टकराया जेडीयू और जन सुराज का काफिला, दोनों कैंडिडेट ने माहौल ऐसे संभाला
संक्षेप: गोपालगंज की कुचायकोट विधानसभा सीट से जदयू प्रत्याशी अमरेंद्र पांडेय और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार विजय चौबे का काफिला आमने-सामने आ गया। दोनों ही उम्मीदवारों ने राजनीतिक सुचिता का परिचय देते हुए मोकामा जैसी टकराव की स्थिति बनने से रोक दिया।
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान गोपालगंज जिले की कुचायकोट सीट पर प्रचार के दौरान मोकामा जैसी स्थिति बन गई। कुचायकोट से विधायक एवं जदयू उम्मीदवार अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय और जन सुराज पार्टी के कैंडिडेट विजय चौबे का काफिला अचानक आमने-सामने आ गया। दोनों ही पार्टियों के समर्थक नारेबाजी करने लगे। हालांकि, अमरेंद्र और विजय ने टकराव की स्थिति को रोक दिया। दोनों ही प्रत्याशियों ने एक-दूसरे को नमस्कार किया और फिर हाथ मिलाकर आगे बढ़ गए।

बताया जा रहा है कि कुचायकोट से लगातार तीन बार के विधायक एवं जदयू प्रत्याशी पप्पू पांडेय रोड शो कर रहे थे। इसी दौरान उनके सामने से विजय चौबे का काफिला भी आ गया। हालांकि, दोनों ही उम्मीदवारों ने मोकामा जैसा टकराव नहीं होने दिया।
अपने से उम्र में बड़े विजय चौबे को पप्पू पांडेय ने झुककर प्रणाम किया। विजय ने भी हाथ जोड़कर उन्हें नमस्कार किया। फिर दोनों की गाड़ियां करीब आने पर उन्होंने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और मुस्कुराते हुए अपने रास्ते आगे बढ़ गए।
चुनावी प्रतिद्वंद्वता के बावजूद दोनों ही उम्मीदवार ने राजनीतिक सुचिता का परिचय दिया और किसी भी तरह के विवाद और टकराव के हालात नहीं पैदा होने दिए। रानजीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक इनकी चर्चा हो रही है।
बता दें कि अमरेंद्र कुमार पांडेय गोपालगंज और आसपास के क्षेत्र के जाने-माने बाहुबली हैं। वे लगातार कुचायकोट से जदयू के टिकट पर चुनाव जीतते आ रहे हैं। इस बार भी नीतीश की पार्टी ने उन्हें मैदान में उतारा है। वहीं, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने कुचायकोट से पूर्व आईएएस अधिकारी विजय चौबे को टिकट दिया है। ब्राह्मण बाहुल्य इस सीट पर कांग्रेस के टिकट पर हरि नारायण कुशवाहा मैदान में हैं। यहां त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है।
मोकामा में जदयू और जन सुराज के काफिला भिड़ा, दुलारचंद यादव की हत्या
बीते सप्ताह पटना जिले की मोकामा विधानसभा सीट पर जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी का काफिला टकरा गया था। इसके बाद दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए थे। उनके बीच गाली-गलौज शुरू हुई और फिर पथराव और गोलीबारी होने लगी। इसी संघर्ष में पीयूष के समर्थन में प्रचार कर रहे राजद से जुड़े दुलारचंद यादव की हत्या हो गई थी।
इस केस में दोनो पक्षों की ओर से 4 एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने बाद में बाहुबली अनंत सिंह समेत 80 लोगों को गिरफ्तार किया। अनंत सिंह को फिलहाल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस ने रविवार को कहा था कि मोकामा की घटना दंगाई भीड़ के कारण हुई। वहां मौजूद हर शख्स इसके लिए जिम्मेदार है। इसलिए जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष को भी गिरफ्तार किया जाएगा।





