यूएनओ में फहराया है कामयाबी का परचम
प्रो.केदार मंडल ट्राईसाइकिल के सहारे झाझा की अनुग्रह हाई स्कूल से नौवीं व दसवीं तथा डीएसएम कॉलेज से सन् 1997 में हिस्ट्री ऑनर्स से ग्रेजुएशन किया। जेएनयू से 67 फीसदी अंकों के साथ हिंदी में एम़ए...
प्रो.केदार मंडल ट्राईसाइकिल के सहारे झाझा की अनुग्रह हाई स्कूल से नौवीं व दसवीं तथा डीएसएम कॉलेज से सन् 1997 में हिस्ट्री ऑनर्स से ग्रेजुएशन किया। जेएनयू से 67 फीसदी अंकों के साथ हिंदी में एम़ए किया। इसी दौरान फिर 76 फीसदी मार्क्स के साथ एम.फिल की।
एम.फिल के लिए विषय चुनाहिंदी उपन्यासों में विकलांगों का जीवन संघर्ष- रंगभूमि के विशेष संदर्भ में। बाद में ऐसे ही एक अन्य यूनिक सब्जेक्ट के चयन के साथ पी़एचडी की भी मंजिल तय कर डाली। मॉरीशस में मुकम्मल हुई पी़एचडी का टॉपिक था- प्रवासी हिंदी साहित्य- सांस्कृतिक स्मृति एवं समायोजन के द्वंद। इसी दौराण भारत सरकार के न्यौते पर यूएनओ के तत्वाधान में आयोजित विश्व हिंदी सम्मेलन में स्पीच देने को अमेरिका गए।