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क्षेत्राधिकार की तकरार में पांच घंटे पड़ा रहा रेलकर्मी का शव

रेल पुलिस एवं स्थानीय थाने की पुलिस के बीच फिर क्षेत्राधिकार को लेकर मंगलवार को तकरार होते दिखा। इस दौरान मानवीय संवेदना तार-तार होता रहा। मुसाफिरों...

क्षेत्राधिकार की तकरार में पांच घंटे पड़ा रहा रेलकर्मी का शव
हिन्दुस्तान टीम,जमुईThu, 02 Sep 2021 06:20 AM
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झाझा। निज संवाददाता

रेल पुलिस एवं स्थानीय थाने की पुलिस के बीच फिर क्षेत्राधिकार को लेकर मंगलवार को तकरार होते दिखा। इस दौरान मानवीय संवेदना तार-तार होता रहा। मुसाफिरों के मामले में तो दो थानों के बीच ऐसी तकरार अक्सर सामने आती रहती हैं। लेकिन इस बार एक रेलकर्मी की मौत के बाद भी तकरार होना हैरानी भरा है।

बताया गया कि मंगलवार सुबह ट्रेन की चपेट में आए पीडब्लूआई के की-मैन रामजी की मौत के बाद शव पांच घंटे से अधिक समय तक झाझा स्थित रेलवे पॉली क्लिनिक में ही पड़ा रहा। इस दौरान पंचनामा, पोस्टमॉर्टम आदि प्रक्रियाओं को पूरा करने के सवाल पर दोनों पुलिस में क्षेत्राधिकार को लेकर विवाद होता रहा। पॉली क्लिनिक के एसीएमएस डॉ. अशोक कुमार बताते हैं कि रेलकर्मी मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे मृत हाल में ही क्लिनिक लाये गये थे। किंतु, क्लिनिक से शव दोपहर पौने दो बजे उठता दिखा था। इस क्रम में झाझा जीआरपी के थानाध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि उन्होंने घटनास्थल एवं पॉली क्लिनिक में से कोई भी स्थल उनके क्षेत्राधिकार में नहीं होने की बात कहते हुए अपना पल्लू झाड़ लिया। वहीं, झाझा थानाध्यक्ष राजेश शरण का कहना था कि किसी भी नजरिए से उनका क्षेत्राधिकार नहीं बनता है। यदि बनता है तो जीआरपी या फिर चानन थाना का। उन्होंने बताया कि मानवता के नाते उन्होंने शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

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