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मां के दरबार में शांति की तलाश, बुराइयों का नाश

जमुई शहर में मां दुर्गा एवं अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं का विसर्जन अश्रुपूरित नयनों के साथ सोमवार को सादे ढंग से किया गया। इस दौरान काफी कम संख्या में लोग विसर्जन में शामिल हुए । इधर झाझा नगर...

मां के दरबार में शांति की तलाश, बुराइयों का नाश
हिन्दुस्तान टीम,जमुईTue, 27 Oct 2020 11:42 PM
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जमुई शहर में मां दुर्गा एवं अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं का विसर्जन अश्रुपूरित नयनों के साथ सोमवार को सादे ढंग से किया गया। इस दौरान काफी कम संख्या में लोग विसर्जन में शामिल हुए । इधर झाझा नगर में अवस्थित चार स्थानों पर बैठाई गई मां जगदंबा एवं अन्य देवी देवताओं की की प्रतिमाओं का विसर्जन अश्रुपूरित नयनों के साथ किया गया। अबीर गुलाल के साथ श्रद्धालु पुरुष महिला युवा एवं बालिका भक्तों ने माता को विदाई दी। यहां के बारो बारी दुर्गा पूजा समिति रेलवे इंडियन इंस्टिट्यूट दुर्गा पूजा समिति अंबेडकर चौक स्थित दुर्गा पूजा समिति तथा मां वैष्णवी दुर्गा पूजा समिति की ओर से प्रतिमा विसर्जन किया गया। विदित हो कि नगर में अवस्थित झाझा समेत पूरे जिले में प्रसिद्ध मां वैष्णवी दुर्गा मंदिर में स्थापित माता की प्रतिमा का विसर्जन सह शोभायात्रा क्षेत्र में काफी लोकप्रिय रहा है । माता की इस शोभायात्रा में नगर के लगभग 10000 श्रद्धालु पुरुष महिला युवा युवती भाग लेते हैं और माता की को विदाई देते हैं । परंतु दशकों के बाद ऐसा प्रथम बार अवसर आया कि माता की विसर्जन शोभायात्रा में मात्र लगभग 2 से ढ़ाई दर्जन पुरुष एवं महिला श्रद्धालुओं ने भाग लिया । चाहे वह प्रशासन का अथवा कोरोना का जो भी दबाव रहे परंतु इस बार की यात्रा फीकी रहने से लोगों में मायूसी देखी गई।

खैरा के किला मैदान में स्थित ऐतिहासिक दुर्गा पूजा इस वर्ष फीका रहा क्योंकि खैरा के विभिन्न क्षेत्रों से दशमी के दिन विसर्जन होने से ऐतिहासिक भीड़ जमा होती थी मगर एक दिन पूर्व विसर्जन होने से श्रद्धालुओं में मायूसी देखी गई । इस ऐतिहासिक मंदिर में तामझाम से पूजा रोशनी की व्यवस्था साफ एवं सफाई की व्यवस्था की गई थी जबकि रोपा बेल ,गढ़ी, कुरबाटाँड़ ,सगदाहा ,पूर्णा खैरा ,बुझाइत ,खड़हुई आदि स्थानों पर दसवीं के दिन प्रतिमा का विसर्जन किया गया । सभी जगहों पर लगभग शांतिपूर्ण ढंग से पूजा संपन्न हुआ और मां भगवती का विसर्जन किया गया।

चंद्रमंडीह में कोरोना महामारी के कारण प्रशासन की दबिश के चलते लोगों में उत्साह कम भय ज्यादा रहने से हिंदुओं का महान पर्व दुर्गा पूजा शांति पूर्वक सम्पन्न हो गया। सोमवार की शाम चकाई प्रखंड के लोगों द्वारा अश्रुभरी नयनों से मां दुर्गा की बिदाई की गयी। चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के घटियानी, बंधा, ठाढ़ी, नैयाडीह, केवाल, घोरमो, नावाडीह सिल्फरी, बसहरा, बेलबोना, बामदह, कर्णगढ़, बासुकीटाड, धवाताड़, माधोपुर आदि दुर्गा मंदिरों में मां दुर्गा की विदायी के समय आंखें नम थी।

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