छह फीडरों से नहीं हुई आपूर्ति
जिले के छह फीडरों से रविवार को बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। करीब 8 घंटे तक बिजली आपूर्ति नहीं हुई। बताया जाता है कि मेनटेनेंस कार्य को लेकर आपूर्ति बंद की गई थी। रविवार की सुबह 11 बजे से बिजली की...
जिले के छह फीडरों से रविवार को बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। करीब 8 घंटे तक बिजली आपूर्ति नहीं हुई। बताया जाता है कि मेनटेनेंस कार्य को लेकर आपूर्ति बंद की गई थी। रविवार की सुबह 11 बजे से बिजली की आपूर्ति बंद हो गई। देर शाम जिले के छह फीडरों से बिजली आपूर्ति बहाल की गई। बिजली आपूर्ति ठप रहने के कारण जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ता काफी परेशान दिखे।
आपूर्ति ठप रहने के कारण करीब 6 लाख की आबादी प्रभावित हुई। बताया जाता है कि जमुई शहर, सिकंदरा, अलीगंज, महादेव सिमरिया समेत कई प्रखंडों में बिजली की आपूर्ति नहीं हुई। देर शाम बिजली की आपूर्ति होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। बिजली आपूर्ति लगातार नहीं होने के कारण दुकानदारों को पूरे दिन जेनरेटर का सहारा लेना पड़ा।
मोबाइल टावरों में भी जेनरेटर की आवाज सुनाई पड़ रही थी। लोगों ने बताया कि जेनरेटर चलाने के कारण आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। आपूर्ति ठप रहने के कारण घरों में लगे इनवर्टर भी जबाव दे दिया जिसके कारण लोगों को अधिक कठिनाई हुई।
पेयजल आपूर्ति भी हुई प्रभावित
लगातार बिजली आपूर्ति नहीं होने के कारण रविवार की दोपहर बाद लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ा। घरों में लगे टंकी से पानी समाप्त हो गया। ऐसी परिस्थति में रविवार को महिलाओं को अधिक कठिनाई हुई। मुख्य बाजार निवासी सुनीता कुमारी, महाराजगंज निवासी सुचित्रा कुमारी समेत कई महिलाओं ने बताया कि रविवार को स्कूल बंद रहता हैं। बच्चों के कपड़ों की सफाई की जाती है लेकिन बिजली नहीं रहने के कारण घर में लगा मोटर नहीं चल पाया जिसके कारण कपड़ों की सफाई नहीं हो पाई। रविवार को मेंटनेंस का कार्य विभाग को नहीं करना चाहिए था।
वहीं कई महिलाओं ने बताया कि रविवार को ही दिन में सीरियल देखने का समय मिलता है लेकिन बिजली नहीं मिलने के कारण उससे भी वंचित रहना पड़ा। वहीं दोपहर बाद पानी के लिए लोग चापाकल का सहारा ले रहे थे। जिनके घरों में चापाकल नहीं है ऐसे लोगों को दूसरे के घरों के अलावा चापाकल पर दस्तक देना पड़ा।
किसानों को भी हुई परेशानी
जिन किसानों ने खेतों से धान की कटनी कर रखी है। खलिहान में धान निकालने के लिए लगाए गए मशीन नहीं चल पाए वहीं जिन किसानों ने सब्जी की खेती की है उन्हें पटवन करने में डीजल पंप सेट का सहारा लेना पड़ा। रविवार को भी शहर में कई तकनीकी शिक्षण संस्थान खुले रहते हैं लेकिन बिजली नहीं रहने के कारण विद्यार्थियों को भी परेशानी हुई।