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शब-ए-बरात : तैयारियों में जुटे लोग, जानिए कैसे मनाते हैं यह त्योहार

शब-ए-बरात की तैयारियों में मुस्लिम जुट गए हैं। मस्जिद, मजार, खानकाह समेत घरों की सफाई में लोग जुट गए हैं। इस्लामिक हिजरी कैलेंडर के आठवें महीने की 20वीं तारीख को शब-ए-बरात का त्योहार मनाया जाता...

शब-ए-बरात : तैयारियों में जुटे लोग, जानिए कैसे मनाते हैं यह त्योहार
हिन्दुस्तान टीम,जमुईSat, 20 Apr 2019 07:51 PM
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शब-ए-बरात की तैयारियों में मुस्लिम जुट गए हैं। मस्जिद, मजार, खानकाह समेत घरों की सफाई में लोग जुट गए हैं। इस्लामिक हिजरी कैलेंडर के आठवें महीने की 20वीं तारीख को शब-ए-बरात का त्योहार मनाया जाता है।

इस वर्ष यह त्योहार शनिवार 20 अप्रैल को मनाया जाएगा। जिला मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों में इसकी तैयारी चरम पर है। मस्जिद, मदरसा, खानकाह, मजार, कब्रिस्तान के साथ ही लोग अपने-अपने घरों की रंगाई-पुताई के काम में पूरी शिद्दत से जुट गए हैं। शब-ए- बारात के 10 दिन बाद रमजान का माह शुरू हो जाएगा यानि इस दिन से रोजा रखा जाने लगेगा। लोग रमजान और ईद का ख्याल रखते हुए अपनी तैयारियां कर रहे हैं। मुस्लिमों में आने वाले त्योहारों को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। शाम में मजार पर जाते हैं लोग : शब-ए-बारात की शाम में लोग अपने रिश्तेदारों की कब्रों पर जाकर फातेहाख्वानी करते हैं। अल्लाह तआला से उनकी मगफिरत और जन्नत में आला मुकाम देने की दुआएं करते हैं। लोग अपने साथ अगरबत्ती व मोमबत्ती भी ले जाते हैं ताकि कब्रों को रोशन कर सकें।

रातभर जागकर करते हैं इबादत

कब्रिस्तान से लौटने के बाद लोग मस्जिद जाते हैं। वहां रात भर जागकर अल्लाह तआला की इबादत करते हैं। कोई नवाफिल नमाजें तो कोई अजकारो-अफकार में डूब कर अल्लाह तआला को मनाने की जुस्तजू करते हैं। आधी रात के समय अधिकतर मस्जिदों में व जमाअत तहज्जुद की नमाज भी अदा की जाती है। भोर के समय लोग सेहरी करते हैं और सुबह की नमाज अदा कर घर को वापस चले जाते हैं।

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