Long-standing Child Development Project Office in Aliganj Faces Challenges in Rental Space वर्षो से किराये के मकान में चल रहा बाल विकास परियोजना कार्यालय, Jamui Hindi News - Hindustan
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वर्षो से किराये के मकान में चल रहा बाल विकास परियोजना कार्यालय

वर्षो से किराये के मकान में चल रहा बाल विकास परियोजना कार्यालयवर्षो से किराये के मकान में चल रहा बाल विकास परियोजना कार्यालय

Newswrap हिन्दुस्तान, जमुईSun, 29 Dec 2024 01:49 AM
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वर्षो से किराये के मकान में चल रहा बाल विकास परियोजना कार्यालय

वर्षो से किराये के मकान में चल रहा बाल विकास परियोजना कार्यालय वर्षो से किराये के मकान में चल रहा बाल विकास परियोजना कार्यालय

अलीगंज निज संवाददाता

ई0 अलीगंज बाल विकास परियोजना कार्यालय पिछले 25 वर्षो से अलीगंज बाजार सिथत एक किराये के मकान में चल रहा है। बीच बाजार में होने की वजह से कार्यालय आने वाली सेविका सहायिका एवं उनके साथ आने वाले अभिभावकों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। वाहन लगाने की जगह नही होने के कारण वाहन सड़क किनारे लगा दिया जाता है जिससे बाजार में हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। प्रखंड में कुल 167 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रही है। प्रत्येक दिन कुछ सेविका-सहायिका को किसी कार्यवश कार्यालय आना होता है। कार्यलय में हमेशा ऊंची आवाज का हार्न या बाल विकास परियोजना कार्यालय द्वारा 5000 रुपये प्रतिमाह की दर से मकान मालिक को दिया जा रहा है। विभाग द्वारा अब तक दस लाख बेरासी हजार चार सौ( 1082400) का भुगतान किया जा चुका है। इतनी राशि मे विभाग द्वारा अपना भवन नर्मिाण कर लिया जाता। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ज्योति कुमारी द्वारा बताया गया कि भवन नर्मिाण के लिए बीडीओ को पत्र लिखा गया है। प्रखंड परिसर में बाल विकास परियोजना कार्यालय बन रहा है। विभाग द्वारा जमीन की उपलब्धता से सम्बंधित जानकारी माँगी गई है। इस संबंध में बीडीओ अभिषेक भारती ने बताया कि प्रखंड परिसर में कार्यालय बन रहा है। जल्दी ही अपने कार्यालय में शफ्टि कर दिया जाएगा।

झारखंड के बासोडीह से विदेशी शराब की हो रही आपूर्ति

अलीगज। निज संवाददाता

एक अप्रैल 2016 से बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुआ है। शुरुआती दिनों में सामाजिक स्तर पर इसके फायदे भी हुए उस दौरान पुलिस सक्रियता को देखते हुए गांव में शराब बेचना बहुत बड़ा जुर्म करने के समान था। लेकिन हाल के कुछ वर्षों में इस धंधे से कई लोग जुड़ चुके हैं। इस धंधे में लागत के अनुरूप फायदा दोगुना हो रहा है। कई जगहों में शराब माफियाओं का सिंडिकेट चल रहा है, और वहीं एरिया का नर्धिारण होता है किसको कहां जाना है। कैसे शराब पहुंचाना है। चंद्रदीप तथा सिकन्दरा थाना क्षेत्र के अधिकांश जगहों पर सात पहाड़ पार कर गायघाट महेंगरो से जंगली रास्ते से अलीगंज तथा सिकन्दरा में शराब पहुंचाई जाती है। पुलिस की सक्रियता के कारण अब रात के अंधेरे में पैदल खेतों के रास्ते तक पहुंचाई जा रही है। स्थानीय लोगों के द्वारा बताया गया कि सिकंदरा थाना क्षेत्र के बालाडीह , धनकुरबा लेलङ्गिंर, पुरसण्डा जबाकी चंद्रदीप थाना क्षेत्र के इस्लामनगर छतिएनी, धनामा भलुआना, कौआकोल थाना क्षेत्र के दरमा डोमनबाग गांव में कुछ ऐसे शराब के कारोबारी हैं जो फोर व्हीलर गाड़ी से महिला के साथ निकलता है और गाड़ी के अंदर शराब भरा रहता है। वहीं कुछ बाइक से भी गावों तक पहुंचाई जाती है। शराब में वर्चस्व को लेकर अलीगंज में कई हत्याएं भी हो चुकी है। वही अलीगज में हर रोज झारखण्ड के बासोडीह से कौआकोल के रास्ते अलीगंज तक पहुंचाई जा रही है। इस सम्बंध में चंद्रदीप थानाध्यक्ष के द्वारा बताया गया कि हमलोगों को जहां-जहां सूचना मिलती है छापेमारी कर गिरफ्तारी कर रहे हैं।

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