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झाझा: आठ वर्षीय महादलित बालक की गला रेतकर की नृशंस हत्या

झाझा थाना की चांय पंचायत के लोगाय जंगल में मंगलवार को अंधविश्वास के कारण एक आठ वर्षीय बालक की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव बरामद कर आरोपी...

झाझा थाना की चांय पंचायत के लोगाय जंगल में मंगलवार को अंधविश्वास के कारण एक आठ वर्षीय बालक की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव बरामद कर आरोपी...
1/ 2झाझा थाना की चांय पंचायत के लोगाय जंगल में मंगलवार को अंधविश्वास के कारण एक आठ वर्षीय बालक की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव बरामद कर आरोपी...
झाझा थाना की चांय पंचायत के लोगाय जंगल में मंगलवार को अंधविश्वास के कारण एक आठ वर्षीय बालक की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव बरामद कर आरोपी...
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हिन्दुस्तान टीम,जमुईWed, 04 Aug 2021 10:52 PM
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झाझा। निज संवाददाता

थाना की चांय पंचायत के लोगाय जंगल में मंगलवार को अंधविश्वास के कारण एक आठ वर्षीय बालक की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव बरामद कर आरोपी को चाकू और बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी भी एक ही टोले का है, जिससे लोगों में आक्रोश है।

बताया गया कि आरोपी मंगलवार सुबह नदी में नहाने गए चांय रविदास टोला निवासी मंगरू दा के पुत्र मिथुन कुमार को अगवा कर बाइक से लोगाय जंगल में ले गया और धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने परिजनों से मिली सूचना के आधार पर टोले के ही लाटो दास से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि ओझागुणी के चक्कर में बालक मिथुन की उसी ने हत्या की है। उसकी निशानदेही पर लोगाय जंगल से बालक का शव और धारदार चाकू व आरोपी की बाइक बरामद कर लिया है। जमुई डीएसपी लाल बाबू यादव की अगुवाई में झाझा के प्रभारी एसडीपीओ सुशील कुमार सिंह, थानाध्यक्ष राजेश शरण आदि की टीम ने बुधवार सुबह भी घटनास्थल वाले इलाके की छानबीन की और खून से सनी मिट्टी को साक्ष्य के लिए ले लिया। जानकारी के अनुसार मामले में टेक्निकल सेल की भी मदद ली जा रही है। हालांकि, कांड में अन्य आरोपियों की संलिप्तता के बाबत पूछे जाने पर डीएसपी श्री यादव ने बताया कि फिलहाल अनुसंधान जारी है। मंगलवार देर शाम बालक की गुमशुदगी की सूचना झाझा पुलिस को मिली थी। ऐसे में सूचना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए एक टीम गठित कर देर रात ही आरोपी को हिरासत में लेकर उसकी निशानदेही पर शव समेत बाइक व चाकू भी बरामद कर लिया गया था। बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्या अंधविश्वास में की गई है। नृशंस घटना के पीछे कुछेक अन्य लोगों की संलिप्तता व साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता है।

दो-तीन और बालकों की बलि देना चाहता था आरोपी

ग्रामीणों के अनुसार हत्या के आरोपी गांव के ही दो-तीन अन्य मासूमों की भी बलि चढ़ाना चाहता था। पर, उसके चंगुल से अन्य बच्चों ने भागकर अपनी जान बचायी। ये बातें बुधवार को घटनास्थल से पुलिस के लौटने के बाद इंसाफ की गुहार लगाने के लिए परिजन रोते-बिलखते झाझा थाना पहुंचे परिजनों एवं ग्रामीणों ने कहीं। मासूम मिथुन की मां रामवतिया देवी ने बताया कि मंगलवार को करीब दस बजे दिन में मिथुन पास की नदी में नहाने गया था। उसी दौरान वहां पहुंचे आरोपी ने चॉकलेट आदि का लालच देकर वहां मौजूद मिथुन के अलावा दो-तीन बच्चों को अपनी बाइक पर बैठा लिया था। संयोग था कि अन्य बच्चे मौका देखकर वहां से भाग गये। मां रामवतिया ने बताया कि दो से 11 वर्ष तक के चार बच्चे पंकज, मिथुन, निशु व नशा है। उनमें मिथुन मंझला था और गांव के ही स्कूल में दूसरी क्लास में पढ़ता था। थाना पहुंचे परिजनों को अंत्येष्टि के लिए चांय के मुखिया पति महादेव रजक एवं समाजसेवी ने आर्थिक मदद दी।

21वीं सदी में भी मासूमों की चढ़ाई जा रही बलि

दुनियां चांद व मंगल ग्रह तक पहुंच गई। पर, 21वीं सदी में भी भूत-पिशाच जैसी अंधविश्वास का समाज में कायम होना दुर्भाग्यपूर्ण है। सबसे दुखद यह कि में छोटे-छोटे बच्चों की बलि चढ़ा दी जा रही है। झाझा के चांय की घटना पहली नहीं है। बीते 22 दिसंबर को भी सोनो थाना के कुहिला गांववासी केवल यादव के बेटे सौरभ (सात) की उसके सगे चाचा ने ही तलवार से सिर को धड़ से अलग कर दिया था। मिथुन व सौरभ दोनों ही मासूमों की अंधविश्वास में दी गई बलि शिक्षित व सभ्य समाज के नाम पर कलंक है। दोनों की बलि मंगलवार के दिन ही चढ़ा दी गई। ओझा-गुणी के बहकावे में आकर की गई सौरभ की हत्या की घटना पर पहुंचे एसपी प्रमोद कुमार मंडल भी भावुक हो गए थे। उन्होंने घटना को गंभीरता से लेते हुए हत्यारोपी चाचा तूफानी और चकाई थाना क्षेत्र निवासी ओझा को जेल पहुंचा दिया। वहीं मिथुन के ग्रामीणों के अनुसार आरोपी को भूत-पिशाच से उबरने के लिए तीन मासूमों की बलि चढ़ाने का उपाय बताया गया था। यदि ग्रामीणों की बात सही है तो आरापी को ऐसा उपाय कौन बता रहा था, यह स्पष्ट नहीं हो सका है।

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