नौ माह पूर्व निरस्त एनजीओ से अबतक लिया जा रहा कार्य
नौ माह पूर्व निरस्त एनजीओ से अबतक लिया जा रहा कार्य नौ माह पूर्व निरस्त एनजीओ से अबतक लिया जा रहा कार्य

जमुई, निज प्रतिनिधि नौ माह पूर्व नगर परिषद बोर्ड के द्वारा निरस्त किए गए एनजीओ से नगर परिषद सफाई का कार्य करा रही है। 10 जून 2024 को बोर्ड की बैठक में कार्यरत तीनों एनजीओ पर वार्ड पार्षदों ने सफाई व्यवस्था में असंतोष व्यक्त किया। इसके बाद बोर्ड ने यह भी निर्णय लिया कि उनके अगली निकलने वाली निविदा प्रक्रिया से भी वर्तमान के तीनो एनजीओ को वंचित रखा जाय। सर्वसम्मति से पार्षदों ने निविदा निकाल कर नए एनजीओ से शहर की सफाई कार्य लेने का निर्णय लिया। शशक्त स्थायी समिति ने भी इस पर अपनी सहमति जताई। बावजूद इसके न तो अबतक एनजीओ को हटाया गया और न ही नए सिरे से निविदा ही निकाली गई। उसी तीनो एनजीओ से शहर के सभी 30 वार्डो की सफाई का कार्य लिया जा रहा है। नगर परिषद जमुई में बिल्ली को मिली दूध की निगरानी वाली कहावत बिल्कुल स्पष्ट साबित हो रही है। अब सवाल है कि बोर्ड की बैठक में पारित प्रस्ताव को दरकिनार कर किस प्रकार से एनजीओ को भुगतान किया जा रहा है। यह एक बड़ा सवाल है। हालांकि दवी जुबान से पार्षद बताते हैं कि सब नागरिक सुविधा के लिए मिलने वाली राशि के बंदरबांट का खेल का नतीजा है। नगर परिषद जमुई में सरकारी रुपये का व्यापक तौर पर दुरुपयोग किया जा रहा है।
दो पालियों में सभी वार्डो में नही होता है उठाव :
यहां बताना लाजमी है कि तीनों एनजीओ के साथ दो पालियों में कूड़े का उठाव का इकरारनामा नगर परिषद का है। बावजूद नगर परिषद अब तक सभी तीस वार्डो में दो पालियों में कूड़े का उठाव शुरू नही करा पाया है। हालांकि सीएम के आगमन में दिखावा करने के लिए नगर परिषद के इक्के-दुक्के जगहों पर शाम में भी कूड़ा उठाव का काम छिटपुट तरीके से कराया गया है। अब जमुई शहर के लोगों की निगाहें नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री की और टिकी है।
वार्ड की गलियों में पसरा रहता है कूड़ा :
शहर का कोई ऐसा वार्ड नही है जिस वार्ड में दो चार खाली पड़े जगहों और गलियों में कूड़े का ढेर पसरा हुआ न हो। खासकर कृष्णपट्टी, भुखड़ मोहल्ला, महराजगंज चौक, हांसडीह अवार्ड रोड के किनारे कूड़ा बिखरा रहता है। कुछ यही हाल वीआइपी कॉलोनी स्थित जखराज स्थान के समीप का भी रहता है। इस सड़क के किनारे भी खाली पड़े जमीन पर कूड़ा डंप किया जा रहा है।
चौक पर से गायब हुआ कूड़ादान :
जमुई शहर के चौक चौराहों पर पूर्व में लगाये अथवा रखे गए कूड़ादान भी गायब नजर आ रहे हैं। नाम नही छपने पर कई वार्ड पार्षदों ने कहा कि चार वर्ष से नप के ऊपरी सभागार में स्टील का कूड़ादान रखा पड़ा है। जो धीरे धीरे जंग के आगोश में जा रहा है। इसकी खरीद में करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया।
नगर परिषद हर माह सफाई पर करीब 65 लाख रुपए की राशि खर्च करती है। बताया जाता है कि इसके अलावा नगर परिषद के द्वारा वाहन और सफाई का उपकरण अलग से उपलब्ध कराया जाता है।
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