जमीन की मांग के लिए धरना जारी
आवास के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को दूसरे दिन भी गुरमाहा और कुमरतरी के ग्रामीणों और माले कार्यकर्ताओं ने कचहरी मोड़ के समीप धरना...
आवास के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को दूसरे दिन भी गुरमाहा और कुमरतरी के ग्रामीणों और माले कार्यकर्ताओं ने कचहरी मोड़ के समीप धरना दिया। मांगों को लेकर अपनी आबाज बुलंद की। माले नेता शंभूशरण ने कहा कि जब तक विस्थापितों को बसाने के लिए प्रशासन जमीन उपलब्ध नहीं कराती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंेने कहा कि प्रशासन इस मामले में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है जिसके कारण विस्थापितों ग्रामीणों को भटकना पड़ रहा है। बिना सूचना के ही पतनेश्वर पहाड़ के समीप से विस्थापितों की झोपड़ियां हटा दी गयी। उन्होंने कहा कि नक्सली घटना के बाद से ही भयभीत ग्रामीण बरहट प्रखंड के इलाके में भटक रहे हैं। दो महीने से विस्थापितों की स्थिति ठीक नहीं हैं। घर छोड़कर ये लोग दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
वहीं गुरमाहा और कुमरतरी के ग्रामीण भोला कोड़ा, मदन कोड़ा ने कहा कि प्रशासन हमलोगों को बसाने के लिए पहल करे। उन्होंने बताया कि नक्सलियों के डर से वे लोग अपना घर छोड़कर भाग गये हैं। उन्होंने कहा कि नक्सली जबरन हमारे घर के लड़कों को संगठन में शामिल करने के लिए दबाव बना रहे थे। विरोध करने पर ही तीन लोगों की हत्या की गयी थी। वे लोग अब घर जाना नहीं चाहते हैं। शहर में ही रहकर मेहनत मजदूरी करना चाहते हैं। वहीं माले नेताओं ने कहा कि विस्थापितों को मनरेगा के तहत प्रशासन काम उपलब्ध कराये ताकि उनलोगों को रोजगार मिल सके।
इस मौके पर मदन कोड़ा, बीरेन्द्र राय, आशा देवी, चंदा कुमारी ने अपने विचार रखे।