राष्ट्रीय कृमि दिवस की सफलता को लेकर प्राइवेट स्कूल शिक्षकों के साथ बैठक
जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय कृमि दिवस की सफलता के लिए प्राइवेट स्कूल शिक्षकों के साथ बैठक की। डीएम राकेश कुमार ने बताया कि 4 सितंबर को जिले के सभी स्कूलों में 1 से 19 वर्ष के बच्चों को एल्बेनडजोल दवा दी...
राष्ट्रीय कृमि दिवस की सफलता को लेकर प्राइवेट स्कूल शिक्षकों के साथ बैठक राष्ट्रीय कृमि दिवस की सफलता को लेकर प्राइवेट स्कूल शिक्षकों के साथ बैठक
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परिचय - बैठक में शामिल सीएस, एसएमओ, डीएस व अन्य अधिकारी
जमुई, निज संवाददाता
कलेक्ट्रेट के सभागार में शनिवार को राष्ट्रीय कृमि दिवस 4 सितंबर को लेकर प्राइवेट स्कूल के साथ समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक का नेतृत्व डीएम राकेश कुमार ने की। बैठक में बताया गया कि आगामी 4 सितंबर को जिले के आने वाले सभी प्राइवेट स्कूल, नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, महाविद्यालय, सिमुलतला विद्यालय सहित अन्य विद्यालयों में पढ़ने वाले 1 से 19 वर्ष तक सभी बच्चों को एल्बेनडजोल की दवा खिलाई जाएगी। साथ ही जो बच्चें दवा खाने से छूट जाएंगे उक्त बच्चें को 11 सितंबर को दवा खिलाई जाएगी। जिस पर डीएम श्री कुमार ने निर्देश देते हुए कहा कि कार्यक्रम की सफलता के लिए आवश्यक तैयारी पूरी करें साथ ही जहां-जहां दवा की उपलब्धता कराना है वहां दवा की उपलब्धता ससमय करें ताकि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो सकें। वहीं सिविल सर्जन डा. महेंद्र प्रताप ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभाग की तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले के सभी बीआरसी में एल्वेडाजोल 400 एमजी की दवा पहुंचा दी गई है। तथा सभी बीआरसी में शिक्षकों का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा प्रशिक्षण भी दी जा रही है। बैठक में एसीएमओ डा. अरविन्द कुमार, डीएस डा. सैय्यद नौशाद अहमद, डीपीएम पवन कुमार, शमीम अख्तर सहित प्राइवेट स्कूल के प्रधान शिक्षक व एसोसीएशन के अध्यक्ष व सचिव मौजूद थे।
बेपटरी हो गया है सदर अस्पताल का एंबुलेंस व्यवस्था, जिम्मेदार है मौन
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परिचय - मरीज को एम्बुलेंस पर सवार करते परिजन की तस्वीर
जमुई, निज संवाददाता
सदर अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ-साथ मरीजों को मिलने वाली एंबुलेंस सेवा भी बेपटरी हो गयी है। जिसे देखने वाला कोई नहीं है। इन दिनों सदर अस्पताल से रेफर होने वाले मरीजों को 102 एंबुलेंस की सेवा समय पर नहीं मिलने के कारण मरीज के साथ परिजन को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला शनिवार की सुबह देखने को मिला जब चमकी बुखार से पीड़ित एक युवक को चिकित्सक द्वारा सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिये पटना रेफर करने के लगभग डेढ़ घंटे बाद एंबुलेंस सेवा मिला। यदि इस दौरान उक्त युवक को कुछ हो जाता तो इसका जिम्मेवार कौन होता। दरअसल बरहट प्रखंड क्षेत्र के पतौना गांव निवासी लाली मांझी के पुत्र सूरज कुमार को चमकी बुखार आने पर परिजन द्वारा सुबह 6:10 मिनट पर सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सक द्वारा सूरज की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया। इसके उपरांत परिजन द्वारा एंबुलेंस के लिये 102 नंबर पर कॉल किया। लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं मिल पाया। लगभग साढ़े आठ बजे एक एंबुलेंस चालक आया और परिजन से कहा की अभी आधा घंटा रुकना पड़ेगा। पहले हम ब्रश करेंगे, बाथरूम जायेंगे, नास्ता करने के बाद पटना जायेंगे। ये बातें सुनकर परिजन आक्रोशित हो गये और हंगामा करने लगा। पीड़ित सूरज के चाचा ने बताया कि लगभग दो घंटा से हमलोग एंबुलेंस का इंतजार कर रहे हैं और अभी तक एंबुलेंस नहीं मिल पाया है। एंबुलेंस कर्मी की मनमानी के कारण यदि मेरे मरीज को कुछ हो गया तो हमलोगों का क्या होगा। बताते चलें कि दो दिन पूर्व सदर अस्पताल से पटना रेफर करने के बाद लगभग चार घंटे तक एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाया और एंबुलेंस के इंतजार करने के दौरान एक युवती की मौत हो गयी थी। जबकि 20 अगस्त को झाझा रेफरल अस्पताल में भी एंबुलेंस के इंतजार में एक डायरिया पीड़ित मासूम बच्ची की मौत हो गयी। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन द्वारा इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है।
कहते हैं एंबुलेंस चालक :
घंटों इंतजार के बाद जब एंबुलेंस सदर अस्पताल पहुंचा और चालक से पूछा गया तो चालक सुभाष यादव ने कहा कि कॉल सेंटर से फोन आने के दस मिनट बाद ही मैं सदर अस्पताल पहुंच गया। मेरे द्वारा कोई लापरवाही नहीं बरती गयी है।
कहते हैं एसीओ :
इस संबंध में पूछे जाने पर एंबुलेंस एसीओ सन्नी कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी मुझे नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो निश्चित तौर पर जांच कर कार्रवाई की जायेगी। एंबुलेंस सेवा सही समय पर मरीजों को मिले इसके लिए विभाग तत्पर हैं किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
खैरा पुलिस ने अपहृत लड़की को चंडीगढ़ से किया बरामद
47 दिन बाद लड़की को चंडीगढ़ से किया बरामद
खैरा, निज संवाददाता
खैरा पुलिस ने शनिवार को चंडीगढ़ से एक नाबालिक लड़की को बरामद किया है। उक्त लड़की के संबंध में लड़की के पिता रणवीर सिंह ने 14 जुलाई को खैरा थाना में दिए अपने आवेदन में बताया है कि उनकी पुत्री उम्र करीब 17 वर्ष अपने नानी घर मंझगांय प्रखंड खैरा से गायब हो गई। उक्त लड़की अपने मामा के शादी में अपने नानिहाल आई थी। वहीं से वो गायब थी। रात्रि में परिजनों के द्वारा काफी खोजबीन की गई परंतु कुछ पता नहीं चला। अगले दिन गांव के ग्रामीणों से जानकारी मिली कि पिंटू कुमार पिता केशो यादव साकिन मौरा थाना गिद्धौर द्वारा उनकी पुत्री को अपहरण कर लिया गया। इस संदर्भ में खैरा पुलिस द्वारा उक्त अपहृत लड़की को चंडीगढ़ से बरामद कर लिया गया।
बीडीओ ने किया आदिवासी कल्याण छात्रावास बामदह का निरीक्षण
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परिचय - छात्रावास का निरीक्षण करते बीडीओ
चकाई, निज प्रतिनिधि
प्रखंड के बामदह स्थित आदिवासी कल्याण विद्यालय सह छात्रावास का शनिवार को बीडीओ कृष्णा कुमार सिंह द्वारा निरीक्षण किया गया। इस क्रम बीडीओ ने वहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया एवं समस्या से अवगत भी हुए। लंबे समय से पेयजल समस्या का सामना कर रहे इस आदिवासी कल्याण छात्रावास के छात्र-छात्राओं की पेयजल समस्या को दूर करने की बात कही। बीडीओ ने बताया कि विद्यालय में किचन एवं साफ सफाई की व्यवस्था काफी दुरुस्त पाई गई। जीविका दीदी द्वारा यहां मीनू के अनुसार भोजन बनाया जा रहा है। फिलहाल बाहर से पानी लाकर छात्रावास में पानी की जरूरत को पूरा किया जा रहा है। विद्यालय में ऑनलाइन पढ़ाई कंप्यूटर लैब की व्यवस्था दुरुस्त पाई गई। पानी की समस्या को दूर करने के लिए बीडीओ ने साथ रहे तकनीकी सहायक एवं स्थानीय मुखिया को स्कूल के पीछे सरकारी जमीन पर डीप बोरिंग करने के लिए डीपीआर बनाने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। वहीं उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर से विद्यालय की चारदीवारी को भी ऊंचा कराने का निर्देश दिया। मैस से लेकर हास्टल तक कच्चे रास्ते को पेवर ब्लाक लगाकर दुरुस्त करने का निर्देश दिया। बीडीओ ने कहा कि वर्ष 2025 से प्रतिवर्ष स्कूल का स्थापना दिवस भी मनाया जाएगा तथा बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया जाएगा । विद्यालय परिसर में जमा कचरे को उन्होंने स्वच्छता पर्यवेक्षक को प्रतिदिन साफ सफाई करने एवं उसके लिए शुल्क जमा करने का निर्देश विद्यालय प्रबंधन को दिया। मौके पर बीडब्लूओ श्याम कुमार, जीविका प्रबंधक आशीष सिंह, प्रखंड कर्मी राजीव सिन्हा सहित अन्य लोग मौजूद थे।
खैरा के नए थानाध्यक्ष बने इंस्पेक्टर अमरेंद्र
खैरा, निज संवाददाता
सिकंदरा में पदस्थापित अमरेंद्र कुमार को खैरा का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से निर्देश जारी कर उन्हें खैरा थाना की कमान सौंप गई है। गौरतलब है कि इससे पहले खैरा थाना की कमान प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक दुर्गेश दीपक के हाथों में थी तथा प्रशिक्षण काल समाप्त होने के बाद अब खैरा के नए थानाध्यक्ष के रूप में अमरेंद्र कुमार को प्रतिनियुक्त किया गया है। इसे लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जमुई जिलादेश संख्या 1049/ 2024 के माध्यम से आदेश जारी किया गया है। अमरेंद्र कुमार इससे पहले सिकंदरा थानाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। उनका तबादला खैरा थानाध्यक्ष के रूप में किया गया है। पुलिस अधीक्षक के द्वारा उन्हें निर्देश दिया गया है कि वह अविलंब अपने नव पदस्थापित स्थल पर योगदान सुनिश्चित करें।
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