हे प्रभु,हम हृदय से अत्यंत ही शुक्रगुजार हैं आपके...
हां प्रभु! हमने गलत कर्म किए,हमें उन पापों से मुक्ति देकर सत्कर्म का रास्ता दिखा हां प्रभु! हमने गलत कर्म किए,हमें उन पापों से मुक्ति देकर सत्कर्म का

झाझा, निज संवाददाता। प्रभु,हम हृदय से अत्यंत ही शुक्रगुजार हैं आपके....आप हमारे बीच आए और दुनियां की हम समस्त मानव जाति को आपने पापों व गुनाहों के दलदल से निकालकर मानवता की सही राह दिखाई। मंगल-बुधवार की रात अपने प्रवचन के क्रम में उक्त उद्गार फादर एम.सघायाराज ने व्यक्त किए। मौका था झाझा के संत जोसफ स्कूल स्थित संत थॉमस चर्च में क्रिसमस की प्रार्थना सभा का। सारे जहां के लोगों के बीच शांति,सद्भाव व प्रेम कायम रहे,इस पाक उद्येश्य की खातिर खुद को शुली पर चढ़ा लेने वाले प्रभु यीशु के पावन जन्मदिन को झाझावासियों ने उतनी ही पवित्रता,संजीदगी व उत्साह के आलम में मनाया। जाति,समुदाय अथवा हैसियत जैसे तमाम भेदों से खुद को परे रखते हुए प्रभु यीशु के उत्सव में झाझा के विभिन्न समुदायों के महिला-पुरूष शामिल व सहभागी होते दिखे। बड़ा दिन व क्रिसमस डे के नाम से विख्यात प्रभु का जन्मदिन समारोह बुधवार की सुबह झाझा के संत जोसफ स्कूल व पीएच चर्च मिशन के अलावा ग्रामीण हलकों में भी कई स्थानों पर आयोजित हुए। मुख्य कार्यक्रम की झलक इस साल भी स्थानीय संत जोसफ स्कूल के परिसर में ही देखने को मिली। ठंड के सर्दीले मौसम व इसमें ग्रामीण क्षेत्र के श्रद्धालुओं की परेशानी का ख्याल करते हुए इस बार भी क्रिसमस प्रेयर का समय पहले कर दिया गया था। मंगलवार की रात 9 बजे से शुरू हो करीब साढ़े बारह बजे तक चली प्रेयर में प्रभु को अपनी प्रार्थना अर्पित करने को उक्त स्कूल के संत थॉमस चर्च में लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा था। सैकड़ों की तादाद में जुटे महिला-पुरूष अनुयायी प्रभु यीशु के जन्म दिन की खुशियों में झूम रहे थे। चर्च में फादर सघायाराज की अगुवाई में पूरे नियम पूर्वक एक प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। प्रेयर के दौरान श्रद्धालुओं ने प्रभु यीशु के समक्ष अपने पापों व तमाम बुरे अथवा गलत कार्यों का कबूलनामा करते हुए उनसे उन्हें इससे मुक्ति दिला प्रेम,भाईचारे व सद्भाव के सुपथ पर ले जाने की याचना की। फादर ने भी उपस्थित जनसमुदाय की ओर से प्रभु से प्रार्थना की कि वे दुनियां के तमाम लोगों को पाप व अपराध के नर्क से निकालकर उन्हें अपने सत्गुणों की शक्ति व इच्छाशक्ति प्रदान कर उन्हें भी अपनी संत-सत्संग में शामिल करें तथा इन्हें नर्कदंड से मुक्ति दिलाएं। बुधवार को क्रिसमस की सुबह भी संत थॉमस एवं पीएच चर्च में क्रमश:फादर सघायाराज एवं प्रकाश मरांडी की अगुवाई में प्रभु की मॉर्निंग प्रेयर हुई। प्रार्थनाओं के पूर्व एवं इसके बाद क्रिसमस के पूरे दिन नाच-गाने की मस्ती का माहौल रहा। शहरियों ने मेरी क्रिसमस की बधाइयों के आदान-प्रदान के साथ इस मौके पर स्कूल परिसर में लगाई गई मां मेरी समेत अन्य विभिन्न प्रकार की आकर्षक झांकियों का बुधवार को पूरे दिन आनंद लेते हुए बड़े दिन के उत्सव को पिकनिक आदि के जरिए भी मनाया। क्रिसमस के मौके पर स्थानीय संत जोसफ स्कूल कैंपस में आदिवासी बालाओं व महिलाओं नृत्य का भी आयोजन किया गया था। दूर-दराज के ग्रामीण हलकों से मंगलवार की रात खास तौर पर प्रभु यीशु के जन्मोत्सव को मनाने को पहुंची आदिवासी बालाओं व महिलाओं ने पुरूषों द्वारा दी जा रही ढोलक की थाप पर अपने परंपरागत नृत्य का इस कदर खूबसूरत मंचन किया कि प्रेयर में आए श्रद्धालुओं को मानों सर्दी में भी गर्मी का एहसास होने लगा था। इसके बाद फादर एम.सघायाराज की अगुवाई में संगीतमय कदमों के साथ बालक यीशु को प्रार्थना स्थल तक लाया गया था। फादर ने बताया कि क्रिसमस मन-मस्तिष्क को शांति,प्रेम व खुशी देने वाला पर्व है।
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