अरवल में कोरोना से दो और रतनी में तीन की हुई मौत (पेज तीन का लीड)
अरवल में मरने वाले दोनों लोग सदर प्रखंड क्षेत्र के हैं निवासी, ऑक्सीजन लेबल डाउन होने के कारण अरवल सदर अस्पताल में हुई...

अरवल में मरने वाले दोनों लोग सदर प्रखंड क्षेत्र के हैं निवासी
कोविड के नियमानुसार मृतकों का किया जा रहा अंतिम संस्कार
ऑक्सीजन लेबल डाउन होने के कारण अरवल सदर अस्पताल में हुई मौत
लगातार बढ़ रहा कोरोना से मृत लोगों का आंकाड़ा
अरवल। निज प्रतिनिधि
अरवल जिले में कोरोना से दो महिलाओं की मौत हुई है। सदर अस्पताल में ही दोनों महिलाएं कोरोना से जंग हार गई। ऑक्सीजन लेबल कम होने के कारण दोनों की मौत हो गई। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. रमण आर्यभट्ट ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सदर प्रखंड क्षेत्र के ही दोनों महिलाएं हैं। सदर प्रखंड के हसनपुर गांव निवासी अजय सिंह की पत्नी कुंती देवी मंगलवार की सुबह सदर अस्पताल में इलाज के लिए आई थी। उसे स्वांस लेने में काफी तकलीफ हो रहा था। सबसे पहले उक्त महिला की जांच की गई। जांच में उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आया। इसके बाद ऑक्सीजन लेबल की जांच हुई। ऑक्सीजन लेबल 42 पर पहुंचा था। स्थिति गंभीर देखते हुए कोविड 19 डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर में रेफर किया गया। जहां ऑक्सीजन की सुविधा बहाल की गई। उसे ऑक्सीजन लगाया गया। लेकिन, चंद मिनटों में ही उसकी मौत हो गई। कोरोना से दूसरी महिला की मौत इलाज के दौरान हुई है। अधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के खैर बिगहा निवासी लालदेव सिंह की 55 वर्षीय पत्नी मुनी देवी 26 अप्रैल की शाम सदर अस्पताल में आई थी। जांच में कोरोना का पॉजिटिव पायी गई थी। इलाज के लिए सदर अस्पताल स्थित कोविड सेंटर में दाखिल कराया गया था। मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इनसेट
नारायणपुर पंचायत में फिर हुई तीन की मौत
शकुराबाद। निज संवाददाता
जहानाबाद में भी कोरोना से मौत का मामला लगातार बढ़ रहा है। रतनी प्रखंड में कोविड से लगातार लोगों की मौत हो रही है। मंगलवार को रतनी प्रखंड के नारायणपुर पंचायत में कोविड से तीन लेागों की मौत हो गई। पंचायत के मुखिया अजय शर्मा ने मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस इलाके में अब तक कई लोगों की जान गई है। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में सेनिटाईजेशन का काम नहीं हो रहा है। नारायणपुर पंचायत के बलवा गांव निवासी रीना कुमारी कोरोना की चपेट में कई दिनों से थी। होम क्वारंटाइन में इलाज चल रहा था। मंगलवार को उसकी मौत हो गई। वहीं रकसिया निवासी बंगाली यादव की मौत कोविड की चपेट में आने से हो गई। मृतक का पुत्र जीवन यादव ने बताया कि कोविड पॉजिटिव होने के बाद उन्हें तेज बुखार और हफनी आ रहा था। आखिरकार मंगलवार की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। वहीं रतनी प्रखंड के सहबाजपुर गांव निवासी संजय यादव की मां की मौत कोरोना से हो गई। संजय यादव की मौत भी चार दिन पहले कोरोना से हुई थी। उसकी मां भी कोरोना के पॉजिटिव पायी गई थी। पंचायत के मुखिया अजय कुमार शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ग्रामीण इलाकों में कोई पहल नहीं हो रही है। यह बता दें कि 10 दिनों के भीतर रतनी प्रखंड के पतियावां गांव में कोरोना की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो चुकी है।
मखदुमपुर के पलेया में दो लोगों की मौत
मखदुमपुर प्रखंड के पलेया में कोरोना से दो लोगों की मौत हुई है। हालांकि अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। दोनों युवक होम क्वारंटाइन में थे। पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आई थी। लेकिन, दोनों का लक्षण कोरोना का ही था। बताया जाता है कि पलेया निवासी गौरव कुमार और योद्धा महतो की मौत हो गई।
कोरोना से शिक्षक की मौत
सदर प्रखंड के पतरिया उत्क्रमित मध्य विद्यालय के शिक्षक नवीन कुमार की मौत कोविड की चपेट में आने से हो गई। बताया जाता है कि कोरोना का पॉजिटिव होने के बाद वे इलाज के लिए पटना गए थे। जहां इलाज के दौरान मंगलवार की अपराह्न दो बजे उनकी मौत हो गई। उनकी मौत पर शिक्षक संघ के नेताओं ने गहरी संवेदना जतायी है। शिक्षक संघ के नेताओं का कहना है कि अब तक कोरोना की चपेट में आने से कई शिक्षकों की मौत हो चुकी है।
फोटो-27 अप्रैल अरवल-11
कैप्शन-अरवल स्थित कोविड सेंटर की तस्वीर, जहां इलाजरत थी दोनों मृत महिला।
फोटो-27 अप्रैल जेहाना-08
कैप्शन-बस स्टैंड में कोरोना की जांच के लिए सैंपल लेता कर्मी।
