पाला मारने से आलू की फसल चौपट (पेज पांच के लिए)
मखदुमपुर। निज संवाददाता इससे उपज में काफी कमी आने की उम्मीद है। मखदुमपुर क्षेत्र के कई गांवों में आलू की खेती बड़े पैमाने पर की जाती...
मखदुमपुर। निज संवाददाता
प्रखंड में लगातार कुहासा एवं वर्षा होने से आलू की फसल खराब हो रही है। ठंड के कारण पाला गिरना शुरू हो गया है। पाला गिरने से आलू की फसल सूखने लगी है। इससे उपज में काफी कमी आने की उम्मीद है। मखदुमपुर क्षेत्र के कई गांवों में आलू की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। खरका , जगपुरा , सरेन, ढ़ाव ,कोहरा आदि गांव में आलू की खेती नगदी फसल के रूप में की जाती है। पाला गिरने से समय से पहले आलू की फसलें सूख रही हैं। किसान प्रदीप महतो ने बताया कि 15 से 20 दिन और पाला से फसल बच जाती तो अच्छी उपज होती। आलू रोपने के समय बीज की कीमत काफी अधिक थी। खाद, बीज, मेहनत, पटवन की लागत जोड़ दें तो लागत काफी बढ़ जाती है। किसान रविन्द्र शर्मा ने बताया कि जब पाला का असर होता है तो कोई दवा भी काम नहीं करता है। जिन किसानों ने आलू की रोपनी में देर की है उन्हें अधिक परेशानी हो रही है।
फोटो-25 जनवरी जेहाना-19
कैप्शन-मखदुमपुर प्रखंड के सेवतीं गांव स्थित आलू की झुलसी फसल।