प्लास्टिक परत वाले बर्तन कल से होंगे प्रतिबंधित (पेज चार का लीड)
थर्मोकोल से बने प्लेट, थाली, कप, ग्लास, कांटा, चम्मच, कटोरी, पानी पाउच, बोतल, प्लास्टिक के झंडा, बैनर, ध्वज पट्ट के उपयोग पर रोक, वैवाहिक कार्यक्रम व अन्य समारोह में बांस के बर्तन पर करना होगा...

थर्मोकोल से बने प्लेट, थाली, कप, ग्लास, कांटा, चम्मच, कटोरी, पानी पाउच, बोतल, प्लास्टिक के झंडा, बैनर, ध्वज पट्ट के उपयोग पर रोक
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने लिया है रोक लगाने का निर्णय
वैवाहिक कार्यक्रम व अन्य समारोह में बांस के बर्तन पर करना होगा ज्यादा खर्च
18 जून को सरकार ने प्रकाशित कर दिया था गजट
15 दिसंबर से पूरी तरह लग जाएगा प्रतिबंध
जहानाबाद। नगर संवाददाता
कैरी बैग के बाद अब प्लास्टिक के परत वाले बर्तन के उपयोग पर भी बुधवार से प्रतिबंध लग जाएगा। सरकार के इस निर्णय के बाद थर्मोकोल से बने प्लेट, थाली, कप, ग्लास, कांटा, चम्मच, कटोरी, पानी पाउच, बोतल, प्लास्टिक के झंडा, बैनर, ध्वज पट्ट के उपयोग पर रोक लग जाएगी। इसका उपयोग करने वाले लोग कार्रवाई की जद्द में आएंगे। इसकी जांच के लिए प्रशासनिक टीम बनेगी। जो लोग उक्त चीजों का उपयोग करते हुए पकड़े जाएंगे, उनपर जुर्माना लगेगा और प्लास्टिक के परत वाले बर्तन जब्त किए जाएंगे।
मालूम हो कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने इस आशय का निर्णय 16 जून को लिया गया था और 18 जून को इसका गजट भी प्रकाशित कर दिया गया था। गजट प्रकाशन के 180 दिन बाद यानी 15 दिसंबर 2021 से उक्त चीजों के उपयोग पर रोक लग जाएगी। सरकार ने यह निर्णय पर्यावरण की सुरक्षा और हो रहे जलवायु परिर्वतन की रोकथाम के लिए लिया है। इसे प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सरकार ने कई तरह के नियम बनाया है। इसके लिए जिला प्रशासन व संबंधित विभागों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
हालांकि सरकार के इस निर्णय से वैवाहिक कार्यक्रम व अन्य समारोह में उक्त चीजों का उपयोग करने वालों को भले ही थोड़ी परेशानी और आर्थिक बोझ बढ़ सकता है, लेकिन पर्यावरण के दृष्टिकोण से यह सुखद निर्णय साबित हो सकता है। लेकिन, आशंका जताई जा रही है कि कि कैरी बैग के उपयोग पर बैन करने की तरह 15 दिसंबर से प्लास्टिक प्लेट के उपयोग पर रोक का निर्णय भी शायद पूरी तरह से प्रभावी न हो पाए। चूंकि सरकार के निर्देश व निर्णय का अनुपालन करना-कराना स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन व संबंधित विभाग की होती है। कैरी बैग के उपयोग करने पर रोक लगी है, लेकिन जहानाबाद में अभी भी इसका उपयोग हो रहा है।
कल से नहीं रखना होगा पुराना माल
15 दिसंबर से थर्मोकॉल के प्लेट, कटोरी आदि रखना भी कार्रवाई को न्योता देना सरीखा होगा। प्लास्टिक के परत वाले बर्तन के विनिर्माण, आयात, भंडारण, वितरण, विक्रय व उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिए जाने से कारोबारियों को नुकसान होने की बात कही जा रही है। बताया गया है कि जिस तरह कैरी बैग के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा टीम गठित की गई थी, उस तरह सरकार के निर्णय को भी प्रभावी बनाने के लिए अफसरों की टीम गठित होगी।
बांस के बने बर्तन का कर सकते हैं उपयोग
शहर के विजेंद्र सिंह व रामकुमार ने बताया कि प्लास्टिक के परत व थर्मोकोल वाले बर्तन के उपयोग बंद करने से आमजनों की परेशानी बढ़ेगी। बुफे सिस्टम से खाना खिलाने वाले लोगों का खर्च बढ़ जाएगा। इसके लिए अब उन्हें बांस के बर्तन का उपयोग करना पड़ेगा। लेकिन, यह महंगा होता है। हालांकि गरीब परिवार पेड़ के पत्तों से तैयार पत्तल का उपयोग कर सकेंगे। उक्त लोगों ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से कुंभकार का कारोबार बढ़ जाएगा। अब उनका चाक तेजी से चलेगा।
कैरी बैग के उपयोग पर भी है प्रतिबंध
सरकार ने प्लास्टिक थैला के इस्तेमाल पर 23 दिसंबर 2019 से पूर्ण रूप से रोक लगा दी है। दुकानदार द्वारा अपने ग्राहकों को 50 माईक्रोन से कम मुटाई वाले पॉलीथिन में किसी तरह की सामग्री नहीं देना है। पॉलीथिन के उत्पादन, वितरण, व्यवसाय, भंडारण, विक्रय पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। अगर कोई व्यवसायी पॉलीथिन का इस्तेमाल करते पकड़े जाते हैं, तो उनपर पांच हजार रुपए और घरेलू उपयोग करते देखे जाने पर पांच सौ रुपयों तक अर्थ दंड लगाने का प्रावधान है। लेकिन, जहानाबाद में कैरी बैग का इस्तेमाल खूब हो रहा है।
फोटो-13 दिसंबर जेहाना-05
कैप्शन-शहर के एक दुकान में सोमवार को बिक्री के लिए रखे थर्मोकोल के प्लेट।
