मौसम के बदले मिजाज से वायरल रोगियों में हुई बढ़ोतरी (पेज चार का बॉटम)
पीएचसी में इलाज को लेकर दुगने की संख्या में पहुंच रहे लोग, वर्तमान समय में वायरल इन्फेक्शन से काफी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। अगर घोसी पीएचसी के ओपीडी में इलाजरत मरीजों की आकड़ो पर नजर डालें तो...
पीएचसी में इलाज को लेकर दुगने की संख्या में पहुंच रहे लोग
सर्दी , खांसी व निमोनिया से पीड़ित हो रहे स्थानीय लोग
घोसी । निज संवाददाता
घोसी प्रखंड क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से मौसम के बदले मिजाज का असर आम लोगों पर देखने को मिल रहा है। वर्तमान समय में वायरल इन्फेक्शन से काफी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। अगर घोसी पीएचसी के ओपीडी में इलाजरत मरीजों की आकड़ो पर नजर डालें तो परिस्थिति अपने आप स्पष्ट हो जाती है। हालात यह है कि 23 अगस्त को घोसी पीएचसी के ओपीडी में मरीजों की संख्या मात्र 77 थी ।जो 25 अगस्त को बढकर 98 हो गई। वही शुक्रवार को मरीजों की संख्या बढ़कर 138 हो गई।और शनिवार को सुबह के 11 बजे तक 68 मरीजों का इलाज किया जा चुका था। यानि स्पष्ट है कि मौसम के बदले मिजाज का असर आम लोगों पर दिखाई पड़ रहा है और वायरल इन्फेक्शन से ज्यादातर लोग
प्रभावित हो रहे हैं। इस सिलसिले में घोसी पीएचसी के चिकित्सक डॉ कुमार जय का बताना है कि मौसम के बदलते मिजाज में आम लोगों को खासी सावधानी रखनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि बदले मौसम के मिजाज में लोगों को कूलर, एसी एवं पंखे के उपयोग से बचना होगा। बाहर के खानपान से भी परहेज करना होगा वही घर में पीने वाले पानी को लेकर भी लोगों को सावधानी बरतनी पड़ेगी । क्योंकि बरसात के इस मौसम में डायरिया और निमोनिया की शिकायत ज्यादा आ रही है । उन्होंने बताया कि लोगों को पीने के पानी का उपयोग कॉमन कुआं एवं चापाकल से ज्यादा ना करें। अगर ज्यादा मजबूरी हो तो पानी को गर्म कर उपयोग करें। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान ज्यादातर लोग बुखार एवं सर्दी खांसी से पीड़ित है। वही बच्चे निमोनिया के शिकार हो रहे हैं ।उन्होंने बताया कि बच्चों को खास करके कूलर एसी एवं पंखे के तेज हवा से बचाना होगा । साथ ही रहन-सहन एवं खानपान में थोड़ी सावधानी बरती जाए तो वायरल इन्फेक्शन से बचा जा सकता है।
फोटो-29 अगस्त जेहाना-15
कैप्शन- घोसी पीएचसी में शनिवार को इलाज के लिए पहुंचे लोग।