'मेरे नेता का अपमान बर्दाश्त नहीं', रामविलास के नाम वाले शिलापट्ट से गटर ढकने पर भड़के चिराग पासवान
अपने एक्स हैंडल पर कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए चिराग पासवान ने लिखा, ''मीडिया और पत्रकार साथियों के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई कि हाजीपुर में मेरे नेता, मेरे पिता के नाम की नेमप्लेट का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया, जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।'
अभी हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें नजर आ रहा था कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोजपा के संस्थापक स्वर्गीय रामविलास पासवान का नाम लिखे एक शिलापट्ट से गटर को ढका गया था। अब इस वीडियो के वायरल होने के बाद केंद्रीय मंत्री और रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। चिराग पासवान ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि जिला प्रशासन को इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
अपने एक्स हैंडल पर कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए चिराग पासवान ने लिखा, ''मीडिया और पत्रकार साथियों के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई कि हाजीपुर में मेरे नेता, मेरे पिता के नाम की नेमप्लेट का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया, जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस विषय के संज्ञान में आने के बाद मैंने तुरंत कार्रवाई के लिए स्थानीय जिला प्रशासन और सिपेट (CIPET) संस्थान के अधिकारियों से बात की। मैंने निर्देश दिया कि नेमप्लेट को पुनः सम्मानजनक स्थान पर लगाया जाए और ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। मेरे नेता का अपमान किसी भी स्थिति में मुझे कतई बर्दाश्त नहीं है, और इस घटना में जो भी दोषी होगा, उस पर हर हाल में कार्रवाई की जाएगी।'
आपको बता दें कि हाजीपुर में एक प्लास्टिक इंजीनियरिंग संस्थान के उद्घाटनकर्ता रहे स्व. रामविलास पासवान का नाम लिखा शिलापट्ट का इस्तेमाल गटर ढकने में किया गया था। साल 2007 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने औद्योगिक क्षेत्र में सिपेट संस्थान का उद्घाटन किया था। इस मामले में रामविलास पासवान के भाई और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और और उन्होंने इस मामले में केस दर्ज किए जाने की मांग की थी। पशुपति कुमार पारस ने कहा था कि इस मामले में निश्चित तौर से केस दर्ज किया जाना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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