
शादी से पहले का प्यार परवान चढ़ा तो पति कुर्बान, बीवी ने 32 हजार में दे दी सुपारी; पत्नी समेत 3 गिरफ्तार
संक्षेप: विकास यादव ने 32 हजार रुपए में अपने मित्र गौतम कुमार को हत्या की सुपारी दी थी। गौतम ने ही शूटर गोलू पटेल को हायर किया था। सुरभिता ने पति की हत्या के लिए 30 हजार रुपए प्रेमी विकास यादव के खाते में ट्रांसफर किया था।
बिहार की मोतिहारी पुलिस ने सकरी सरेह में 16 सितम्बर की शाम को अमोद कुमार की हत्या मामले का सनसनीखेज खुलासा किया है। उसकी पत्नी ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर करायी थी। यह खुलासा पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर किया है। मामले में मृतक की पत्नी सोनी उर्फ सुरभिता कुमारी, सीतामढ़ी जिलांतर्गत बैरगनिया थाना क्षेत्र के मसहा नरोत्तम गांव निवासी दिनेश यादव के पुत्र व उसके प्रेमी विकास यादव (22) तथा मेजरगंज थानांतर्गत कुंवारी मदन गांव निवासी सुनील पटेल के पुत्र और शूटर रंजन कुमार उर्फ गोलू पटेल को गिरफ्तार कर लिया है।

इन लोगों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। पूछताछ के बाद सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सिकरहना डीएसपी उदय शंकर ने बताया कि घटना में प्रयुक्त एक पिस्टल, एक देसी कट्टा, एक कारतूस, उजले रंग का अपाची बाइक और तीन एंड्रॉयड मोबाइल बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि मृतक की पत्नी शादी से पूर्व ही विकास यादव से प्रेम करती थी। वह विकास के साथ विवाह करना चाहती थी। लेकिन माता-पिता ने उसकी शादी मोहद्दीपुर निवासी अमोद कुमार के साथ कर दी थी। शादी के बाद भी दोनों चोरी छिपे मिलते रहते थे। जिसकी जानकारी अमोद को मिल गई थी। पति को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी ने ही हत्या की साजिश रची थी।
32 हजार रुपए में दी थी सुपारी
विकास यादव ने 32 हजार रुपए में अपने मित्र गौतम कुमार को हत्या की सुपारी दी थी। गौतम ने ही शूटर गोलू पटेल को हायर किया था। सुरभिता ने पति की हत्या के लिए 30 हजार रुपए प्रेमी विकास यादव के खाते में ट्रांसफर किया था। विकास सुरभिता के बहनोई का चचेरा भाई है। खोड़ा से निकलने के बाद पत्नी सुरभिता ने अपने पति का लोकेशन प्रेमी विकास यादव को दिया था। उसके बाद विकास और शूटर गोलू पटेल ने पीछा कर सुनसान सकरी सरेह में अमोद को चार गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पकड़े जाने के भय से दोनों ने घटनास्थल से तीन किमी.दूर डीह महुआही गांव के पास सड़क किनारे झाड़ी में पिस्टल व लोडेड देसी कट्टा फेंककर गुलरिया होते हुए मोतिहारी जाकर सुरभिता कुमारी को जानकारी दी थी। विकास यादव अपने किराए के रूम में चला गया और गोलू पटेल बस पकड़ कर मेजरगंज भाग गया। लेकिन पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर उन्हें दबोच लिया।





