Hindi NewsBihar NewsHow Anant Singh statement video in haste become a ground for his arrest before election in Dularchand Yadav murder case
हड़बड़ी में गड़बड़ी; दुलारचंद यादव मर्डर केस में अपने ही बयान से फंसकर जेल गए अनंत सिंह?

हड़बड़ी में गड़बड़ी; दुलारचंद यादव मर्डर केस में अपने ही बयान से फंसकर जेल गए अनंत सिंह?

संक्षेप: मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के केस से पल्ला झाड़ने के लिए अनंत सिंह का दिया गया बयान ही उनके गले की फांस बन गया। अनंत सिंह ने कहा था कि वो घटना के वक्त मौजूद नहीं थे, बल्कि उनका काफिला आगे बढ़ गया था।

Tue, 4 Nov 2025 09:22 AMRitesh Verma लाइव हिन्दुस्तान, पटना
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मोकामा में जन सुराज पार्टी (जेएसपी) के कैंडिडेट पीयूष प्रियदर्शी के लिए वोट मांग रहे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता दुलारचंद यादव की हत्या के केस में पांच बार के विधायक और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के उम्मीदवार अनंत सिंह गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिए गए हैं। दुलारचंद यादव के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में नामजद होने के बाद भी अनंत तब तक गिरफ्तार नहीं हुए, जब तक चुनाव आयोग ने दिल्ली से प्रशासन और पुलिस का पूरा सिस्टम नहीं हिला दिया। पटना ग्रामीण के एसपी, मोकामा विधानसभा के रिटर्निंग अफसर यानी बाढ़ के एसडीओ समेत तीन अफसर हटा दिए गए और एक एसडीपीओ सस्पेंड हो गया।

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प्राथमिकी में अनंत सिंह का नाम लेकर आरोप लगाने और हत्या के दौरान वहां मौजूद रहे लोगों के बयान के अलावा खुद अनंत सिंह का घटना के कुछ ही देर बाद हड़बड़ी में दिया गया बयान भी फौरी कार्रवाई का एक कारण बना है। आपको याद ना हो तो बता दें कि अनंत सिंह ने हत्या के कुछ देर बाद ही पत्रकारों से कहा था कि दुलारचंद यादव की हत्या सूरजभान सिंह का खेला है। मोकामा के बाहुबली सूरजभान सिंह पूर्व सांसद हैं और उनकी पत्नी वीणा देवी तेजस्वी यादव की पार्टी राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। दुलारचंद यादव भी राजद के ही थे, लेकिन इस चुनाव में मोकामा सीट पर जन सुराज के पीयूष प्रियदर्शी के पीछे चट्टान की तरह खड़े हो गए थे।

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अनंत सिंह ने हड़बड़ी में दिए अपने बयान में खुद इस बात की पुष्टि कर दी कि घटना के दौरान वो वहीं आसपास मौजूद थे। उन्होंने कहा था कि उनके साथ की 30-40 गाड़ी आगे निकल गई थी और 10 गाड़ी पीछे रह गई थी, जिसे जन सुराज पार्टी के समर्थकों ने तोड़ दिया। अनंत सिंह ने यह भी कहा था कि सबसे पहले दुलारचंद यादव ने हाथ उठाया था। पुलिस जांच शुरू ही हुई थी कि अनंत के इस बयान को लेकर विपक्ष प्रशासन और चुनाव आयोग पर सवाल उठाने लगा। अनंत की घटना के दौरान मौजूदगी जांच का विषय हो सकता था और यह बात तय करते-होते चुनाव निकल जाता, लेकिन घटना से पल्ला झाड़ने के लिए अनंत का बयान ही फांस बन गया।

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पटना एसएसपी ने कहा था- अनंत सिंह के सामने घटना हुई

पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद रात में मीडिया से कहा था कि पुलिस की जांच में पाया गया कि अनंत सिंह वहां मौजूद थे और उनके सामने घटना हुई। एसएसपी ने बताया था कि घटनास्थल पर अनंत सिंह के साथ मौजूद उनके सहयोगी मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम की भी गिरफ्तारी हुई है। पुलिस आगे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।

Ritesh Verma

लेखक के बारे में

Ritesh Verma
रीतेश वर्मा लगभग ढाई दशक से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। बिहार में दैनिक जागरण से करियर की शुरुआत करने के बाद दिल्ली-एनसीआर में विराट वैभव, दैनिक भास्कर, आज समाज, बीबीसी हिन्दी, स्टार न्यूज, सहारा समय और इंडिया न्यूज के लिए अलग-अलग भूमिका में काम कर चुके हैं। और पढ़ें
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